संकट में फंसी एयरलाइन एलायंस एयर की मदद के लिए सरकार आई सामने

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एयर इंडिया का हिस्सा

आपतो बता दें कि एलायंस एयर पहले एयर इंडिया (Air India) का हिस्सा थी। एयर इंडिया के अलग होने के बाद अब इसपर एआई एसेट्स होल्डिंग लिमिटेड (AIAHL) की ओनरशिप है। एआईएएचएल केंद्र सरकार का स्पेशल-पर्पस व्हीकल है। बीते कुछ सालों से कंपनी आर्थिक संकट से गुजर रही है। ये मुश्किल कोविड महामारी और लॉकडाउन के बाद से और बढ़ती चली गई। फाइनेंशियल संकट का सामना कर रही ये कंपनी रोजाना 130 उड़ानें संचालित करती है। कोविड के बाद से ये एयरलाइन वित्तीय संकट का सामना कर रही है। पायलटों और कर्मचारियों का वेतन तक नहीं दे पा रही है। कई बार कर्मचारियों ने प्रदर्शन भी किया।

आर्थिक संकट से जूझ रही इस एयरलाइंस की मदद के लिए सरकार ने 300 करोड़ रुपये के निवेश की तैयारी कर ली है। वित्त मंत्रालय ने एलायंस एयर में 300 करोड़ रुपये के इस निवेश को मंजूरी दे ही है। कंपनी पिछले कुछ सालों से लगातार घाटे में चल रही है। वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी का घाटा 447.76 करोड़ रुपये था।

गो फर्स्ट का संकट गहराता जा रहा है। दिवालिया प्रक्रिया को मंजूरी मिलने के बाद गो फर्स्ट ने अपनी उड़ानों को 23 मई तक के लिए कैंसिल कर दिया है। इससे पहले 19 मई तक के लिए सभी फ्लाइट को कैंसिल करने की बात कही थी। वहीं ग्राहकों को पूरा रिफंड देने की बात कही है, लेकिन अभी भी लोग परेशान है, उन्हें टिकट का रिफंड अभी तक नहीं मिला है।

Compiled: up18 News