नई दिल्ली। गोदरेज कंज्यूमर प्रॉडक्ट्स लिमिटेड और रेमंड की डील GST अधिकारियों के रडार पर आ गई है. अब डायरेक्ट्रेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलीजेंस ( DGGI) इस डील की जांच कर रहा है.
गौरतलब है कि गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड ने हाल ही में रेमंड के FMCG बिजनेस को खरीदा है. इसमें पार्क एवेन्यू, केएस, कंडोम बनाने वाली कंपनी कामसूत्र और प्रीमियम ट्रेडमार्क्स शामिल हैं.
ये है पूरा मामला, कंपनी का इस डील से क्या है नाता
DGGI ने रेमंड कंज्यूमर केयर लिमिटेड को नोटिस भेजकर स्पष्टीकरण मांगा है. DGGI ने पूछा है कि ट्रांजैक्शन अमाउंट पर जीएसटी क्यों नहीं लगाया जाना चाहिए?
सूत्रों के मुताबिक, DGGI की मुंबई यूनिट ने जांच के दौरान मुंबई में रेमंड की ठिकानों का इंस्पेक्शन किया था. CGST की धारा 67 के तहत अगर किसी अधिकारी को टैक्स या उसकी जानकारी छिपाने का शक होता है तो वह इस तरह का इंस्पेक्शन कर सकता है.
हालांकि, कंपनी ने DGGI को जवाब देते तर्क दिया है कि यह स्लंप डील थी और इस पर GST नहीं लगना चाहिए. वहीं, दूसरी तरह GST विभाग का कहना है कि इस पर 18 परसेंट की दर से GST लगना चाहिए.
जांच पर रेमंड ने दिया ये जवाब
GST अधिकारियों द्वारा हुई जांच के बारे में रेमंड के प्रवक्ता ने कहा कि डीजीजीआई ने इस ट्रांजेक्शन के मामले में इंस्पेक्शन किया था, यह सर्च नहीं था. जिसका कंपनी ने डॉक्युमेंट्री एविडेंस से साथ स्पष्टीकरण दिया है. वहीं, ये स्लंप डील थी और इस पर GST नहीं लगता है. वहीं DGGI का मानना है कि इस डील पर 18 परसेंट के रेट से GST लगना बनता है.
-एजेंसी