कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद गुलाम नबी आजाद ने जम्मू कश्मीर ने नई पार्टी बनाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि मैं जम्मू कश्मीर लौट रहा हूं। वहां नई पार्टी बनाऊंगा। नई पार्टी बनाने की घोषणा से पहले गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस से इस्तीफा देते हुए राहुल गांधी पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सभी महत्वपूर्ण फैसले राहुल गांधी के सहायक लिया करते हैं।
इससे पहले गुलाम नबी आजाद ने सोनिया गांधी को 5 पन्नों का इस्तीफा पत्र भेजा। इस लेटर में गुलाम नबी आजद ने कांग्रेस के बुरे हालत के लिए राहुल गांधी को जिम्मेदार बताया है। उन्होंने कहा है कि, 2019 के बाद पार्टी की हालत और बदतर हुई है। राहुल गांधी का अध्यादेश फाड़ना अपरिपक्वता थी।
कांग्रेस की इस हालत के लिए राहुल गांधी जिम्मेदार: गुलाम नबी
गुलाम नबी आजाद ने अपने इस्तीफे में लिखा कि बड़े अफसोस और बेहद भावुक दिल के साथ मैंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से अपना आधा सदी पुराना नाता तोड़ने का फैसला किया है। अपने इस्तीफे में गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कांग्रेस के सभी फैसले रिमोट कंट्रोल मॉडल से लिए जा रहे हैं। ये फैसले राहुल गांधी और उनके सुरक्षाकर्मी ले रहे हैं।
उन्होंने ये भी लिखा है कि कांग्रेस की इस हालत के जिम्मेदार राहुल गांधी हैं। गुलाम नबी ने कहा कि पार्टी में सभी वरिष्ठ नेताओं को किनारे कर दिया गया है। संगठन के अंदर चुनाव का ड्रामा चल रहा है। मालूम हो कि गुलाम नबी आजाद पहले जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं।
राहुल के नेतृत्व में दो लोकसभा व 39 विधानसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन बुरा रहा
गुलाम नबी आजाद ने राहुल गांधी पर हमला करते हुए लिखा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में दो लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को बुरी हार मिली है। 39 विधानसभा चुनाव में भी पार्टी का प्रदर्शन खराब रहा है। भारत जोड़ो यात्रा की जगह कांग्रेस जोड़ो यात्रा निकालनी चाहिए। इधर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे पर कहा कि ऐसा ही पत्र लिखकर मैंने भी कांग्रेस छोड़ा था।
आनंद शर्मा बोले, हम निरंतर कमजोर होते जा रहे हैं
गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा कि जाहिर है कि वे बहुत आहत हुए होंगे। इस स्थिति को आने से बचाई जा सकती थी और यह बात समय-समय पर बताई भी गई। हम निरंतर कमज़ोर होते जा रहे हैं। हमारा यही लक्ष्य रहा है कि राय मशवरा करके उसको हम सुधार सकें।
बताते चले कि गुलाम नबी आजाद 42 साल से कांग्रेस में थे। उन्होंने इंदिरा गांधी, राजीव गांधी के साथ-साथ सोनिया गांधी और राहुल गांधी के समय में भी कांग्रेस के लिए काम किया।
कांग्रेस ने कहा, दुख है कि उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का फैसला लिया
दूसरी ओर गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे पर कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि हमने आजाद साहब का इस्तीफे का पत्र देखा। दुख की बात है कि उन्होंने ऐसे समय में कांग्रेस छोड़ने का फैसला किया जब कांग्रेस देश भर में बढ़ती महंगाई, बेरोज़गारी, ध्रुवीकरण की लड़ाई लड़ने जा रही है। दुख की बात है कि वे इस लड़ाई में हिस्सा नहीं बन रहे।
वहीं राजस्थान सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि मैं खुद सदमे में हूं कि एक 42 साल का व्यक्ति जिसे जिंदगी में सब कुछ मिला हो वो आज ऐसे संदेश दे रहें जो मेरे समझ के परे हैं।
-एजेंसी