फ्री में बांटे मोबाइल पर गहलोत की फोटो, बीजेपी ने की चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग

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आचार संहिता लागू होने के बाद बीजेपी ने की शिकायत

राजस्थान विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के बाद दोपहर में भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रदेश मुख्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई गई। इसमें प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने अपनी बात रखी।

राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है। ऐसे में अब हम चुनाव आयोग से मांग कर रहे हैं कि कांग्रेस सरकार की ओर से बांटे गए फ्री मोबाइल में दिखने वाला मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का फोटो आचार संहिता का उल्लंघन हैं। आयोग देखे कि ये फोटो मोबाइल से कैसे हटाया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री जी ने 7 करोड़ 16 लाख गारंटी कार्ड बांटे हैं, वो कैसे हटे।

भामाशाह स्वास्थ्य योजना में वसुंधरा के फोटो का किया था विरोध

राठौड़ ने कहा कि, इन्हीं मुख्यमंत्री जी ने जब भामाशाह स्वास्य योजना थी, उसके अंदर पूर्व मुख्यमंत्री (वसुंधरा राजे) की फोटो थी, उसपर एतराज किया था। इसलिए अब वो अधिकारियों के द्वारा जो लूट मचा रखी थी। उस लूट खसोट का अंत होगा। पैनी नजर रखेंगे। सचिवालय पर चलने वाली फाइलों पर भी और जिस प्रकार बंदरबांट कर रहे हैं उससे राजस्थान आर्थिक आपातकाल की ओर बढ़ रहा है।

गहलोत सरकार ने तीन ही काम किए: सीपी जोशी

राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि राजस्थान सरकार ने पिछले 5 साल में तीन ही काम किए है। कुर्सी बचाना, अपने विरोधियों को निपटाना और भ्रष्टाचार करना। इसके अलावा राजस्थान में कोई काम नहीं हुआ।

उन्होंने कहा कि सारे काम सिर्फ घोषणाएं करना, कागज निकालना, जिनकी न तो हकीकत है न धरातल पर काम दिखता है। उन्होंने कहा कि अब आचार संहिता लग चुकी है, जनता भी तैयार है, खुला मैदान है और राजस्थान में पौने पांच सालों में किसाना और युवओं के साथ वादाखिलाफी की, नारी की सुरक्षा नहीं कर पाए। ऐसे लोगों को सबक सीखाने के लिए जनता तैयार बैठी है।

Compiled: up18 News