उद्योगपति गौतम अदानी ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर मंगलवार को अदानी समूह की बैठक में प्रतिक्रिया दी है. अदानी समूह की सालाना होने वाली बैठक यानी एजीएम में गौतम अदानी ने कहा, ”इस साल जब हम भारत के इतिहास में सबसे बड़े एफपीओ लाने की तैयारी कर रहे थे, तब अमेरिका में एक रिपोर्ट छपी. इस रिपोर्ट में ग़लत जानकारियां और छवि ख़राब करने वाले आरोप लगाए गए थे.”
अदानी बोले, ”रिपोर्ट में ज़्यादातर आरोप 2004 से 2015 के बीच के थे. इन सारे आरोपों पर नियामकों ने तब फ़ैसला ले लिया था. इस रिपोर्ट में जानबूझकर हमारी छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई.”
इस साल जनवरी में अमेरिका की रिसर्च एजेंसी हिंडनबर्ग ने एक रिपोर्ट जारी की थी.
इस रिपोर्ट में अदानी समूह पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए गए थे. रिपोर्ट आने के बाद अदानी समूह के शेयर्स में रिकॉर्ड गिरावट देखने को मिली थी.
रिपोर्ट आने के बाद दुनिया के सबसे रईस लोगों की लिस्ट में गौतम अदानी शुरुआती पायदान से काफी नीचे आ गए थे. इसी रिपोर्ट के चलते अदानी समूह ने अपने 20 हज़ार करोड़ रुपये का एफपीओ वापस लेने का भी ऐलान किया था. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने एक कमेटी बनाकर रिपोर्ट देने के लिए कहा था.
गौतम अदानी ने कहा, ”अमेरिका की इस रिपोर्ट आने के बाद सोशल मीडिया पर एक झूठा माहौल बनाया गया, ग़लत ख़बरें चलाई गईं. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में एक कमेटी बनाई. इस कमेटी की रिपोर्ट मई 2023 में सार्वजनिक हुई. कमेटी के एक्सपर्ट्स ने किसी तरह की अनियमितता नहीं पाई.” रिपोर्ट के बारे में गौतम अदानी ने दावा किया, ”कमेटी के एक्सपर्ट्स ने रिपोर्ट में कुछ गलत नहीं पाया.”
Compiled: up18 News