बड़ी डील की खबर: पाकिस्तान और पॉलिटिक्स दोनों छोड़ सकते हैं पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान

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कहा जा रहा है कि पिछले दिनों इमरान की दोनों बहनों और पत्नी बुशरा ने अटक जेल में इमरान से मुलाकात के दौरान उन्हें एक मैसेज दिया। यह मैसेज एक दोस्त का था। ये दोस्त ब्रिटेन की एक ताकतवर शख्सियत है। पाकिस्तान के तीन बड़े मीडिया हाउस ने इमरान के मुल्क और सियासत छोड़ने से जुड़ी खबर पब्लिश की है। ये हैं- जियो न्यूज़, द न्यूज़ इंटरनेशनल और द डेली जंग।

इमरान को सरकारी खजाने (तोशाखाना) के तोहफे बेचने का दोषी पाया गया था। 5 अगस्त से वो जेल में हैं। इस केस में उन्हें जमानत मिली तो सीक्रेट लेटर चोरी केस (साइफर गेट मामला) में रिमांड पर भेज दिया गया।

तीन बड़े मीडिया हाउस की खबर

रिपोर्ट्स के मुताबिक इमरान खान बहुत जल्द पाकिस्तान और सियासत को अलविदा कह सकते हैं। उनके सामने इन दोनों चीजों को छोड़ने का विकल्प रखा जा रहा है। इमरान को तोशाखाना केस में तीन साल की सजा सुनाई जा चुकी है। इसके साथ ही वो पांच साल के लिए चुनाव लड़ने के अयोग्य (डिस्क्वालिफाई) भी हो चुके हैं।

तोशाखाना के अलावा कम से तीन केस ऐसे हैं, जिनमें खान के खिलाफ पुख्ता सबूत हैं। इमरान खुद भी जानते हैं कि इन मामलों में उन्हें सजा होना तय है और अगर वो डील (फौज और सरकार से) नहीं करते हैं तो बाकी उम्र उन्हें जेल में गुजारनी पड़ सकती है। यही वजह है कि इमरान भी अब डील के लिए तैयार नजर आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर इस तरह की खबरें 5 अगस्त के बाद से ही वायरल हैं।

पाकिस्तान के कई नामचीन यूट्यूबर भी ये बताते रहे हैं।
‘द डेली जंग’ के मुताबिक फौज भी इमरान को मुल्क से रवानगी की मंजूरी देने पर विचार कर रही है। अगर इमरान पाकिस्तान छोड़ देते हैं तो उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) को चुनाव लड़ने से नहीं रोका जाएगा। हालांकि, इमरान इस पिक्चर में कहीं नहीं होंगे। अगर खान पाकिस्तान और सियासत नहीं छोड़ते हैं तो उनकी पार्टी के कई नेताओं को इलेक्शन लड़ने से रोका जाएगा। उन्हें अलग-अलग मामलों में जेल भेज दिया जाएगा।

नवाज आएंगे, इमरान जाएंगे

शेड्यूल के मुताबिक पाकिस्तान में नवंबर में चुनाव होने हैं। हालांकि केयरटेकर सरकार परिसीमन, जनगणना और कई दूसरे बहाने बनाकर इन्हें अगले साल मार्च तक टालना चाहती है। इसके पहले इमरान से डील करने की कोशिशें भी जारी हैं।

उर्दू अखबार ‘द डेली जंग’ के मुताबिक लग्जरी लाइफ गुजारने वाले इमरान ज्यादा वक्त जेल में नहीं रह पाएंगे। देर-सबेर वो फौज से डील कर ही लेंगे और अपनी पहली पत्नी जेमिमा गोल्ड स्मिथ (और दोनों बेटों) के पास लंदन चले जाएंगे। डील की एक शर्त ये होगी कि वो विदेश से पाकिस्तान के बारे में किसी तरह की बयानबाजी नहीं करेंगे।

दूसरी तरफ पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ 15 अक्टूबर तक पाकिस्तान लौट सकते हैं। वो अपनी पार्टी (PML-N) की अगुआई करेंगे। उनके भाई शाहबाज शरीफ भी इसकी पुष्टि कर चुके हैं। नवाज तीन साल से लंदन में हैं। इमरान के मुल्क छोड़ने पर नवाज की पार्टी के लिए चुनाव जीतना काफी आसान हो जाएगा। उन्हें चैलेंज सिर्फ आसिफ अली जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) से मिलेगा।
खास बात ये है कि नवाज शरीफ ने भी फौज से डील के बाद ही पाकिस्तान छोड़ा था। इसके पहले पूर्व राष्ट्रपति और आर्मी चीफ परवेज मुशर्रफ ने भी यही किया था। बेनजीर भुट्टो भी डील के तहत ही पाकिस्तान से ब्रिटेन गईं थीं।

कौन है इस डील के पीछे

इमरान पहले कह चुके हैं कि वो किसी से कोई डील नहीं करेंगे। हालांकि, रिपोर्ट्स बताती हैं कि खान भी नवाज की तरह इलाज के बहाने देश से बाहर जाएंगे और फिर नहीं लौटेंगे। कुछ यूट्यूबर मानते हैं कि खान की पत्नी बुशरा नहीं चाहतीं कि इमरान पहली पत्नी जेमिमा और बच्चों के पास लंदन जाएं।

पिछले दिनों पाकिस्तान के मशहूर जर्नलिस्ट जावेद चौधरी का एक कॉलम ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ में पब्लिश हुआ था। इसमें जावेद ने कहा था- जेमिमा के भाई ब्रिटेन और अमेरिका में ताकतवर शख्सियत हैं। वो यहूदी हैं और इन दोनों देशों में लॉबीइंग के जरिए डील की कोशिश कर रहे हैं। इनमें पाकिस्तान के एक पूर्व आर्मी चीफ उनकी मदद कर रहे हैं।

कुछ खबरों के मुताबिक इमरान ब्रिटेन के बजाय अमेरिका में सेटल होना चाहते हैं। इसकी वजह यह है कि उनका वहां पहले से कुछ कारोबार है। बहरहाल, देखना दिलचस्प होगा कि इमरान के मामले में आगे क्या होगा।

Compiled: up18 News