हरियाणा: इनेलो के पूर्व विधायक दिलबाग सिंह को ईडी ने किया गिरफ्तार

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पूर्व इनेलो विधायक दिलबाग सिंह के घर पर पांच दिन ईडी की रेड जारी थी। इस दौरान घर के बाहर सीआरपीएफ के जवान तैनात रहे, जिससे न कोई बाहर आ सका और न ही अंदर जा सका। दिनभर ईडी की टीम घर में दस्तावेजों को खंगालती रहती थी। दूसरी ओर ईडी की दबिश में बरामद असलहे और शराब की बोतलों के संबंध में आबकारी और पुलिस की ओर से जांच शुरू कर दी गई है। वहीं, करोड़ों की नकदी और सोने के बिस्किट को भी जब्त कर लिया गया है।

इनेलो के पूर्व विधायक दिलबाग सिंह के घर वीरवार सुबह सात बजे ईडी की टीम ने दबिश दी थी। इसके अलावा करीबियों और छह अन्य ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई शुरू की गई। जांच पड़ताल और बरामदगी के बाद अन्य स्थानों से ईडी की टीम शनिवार को रवाना हो गईं, जबकि दिलबाग सिंह के घर पर सोमवार को भी कार्रवाई जारी रही। जांच स्थल के द्वार पर केंद्रीय रिजर्व सुरक्षा बल के (सीआरपीएफ) के जवान तैनात रहे।

सात गाड़ियां निकली एक साथ

सोमवार को ईडी की पूर्व विधायक के घर पर पांचावां दिन था। ऐसे में दिलबाग के समर्थकों में भी इस रेड को लेकर अब बेचैनी होने लगी थी। वे सोमवार सुबह फ्रेंडस कॉलोनी उनके निवास के बाहर पहुंचना शुरू हो गए थे। लेकिन दोपहर लगभग पौने एक बजे के करीब कोठी का मुख्य गेट खोल दिया गया। इसके बाद एक के बाद एक कुल सात गाड़ियां पूर्व विधायक के घर से बाहर निकली। जिसमें एक गाड़ी में दिलबाग सिंह भी बैठे हुए थे। टीमों के जाने के बाद बाहर खड़े समर्थक घर के अंदर दिलबाग के बड़े भाई राजिंद्र सिंह राजा से मिले।

दिलबाग के बड़े भाई ने ये लगाए आरोप

ईडी के जाने के बाद दिलबाग के बड़े भाई राजिंद्र सिंह राजा ने मीडिया को बताया कि जब दिलबाग के घर से कुछ नहीं मिला तो ईडी आखिर क्या कर रही थी। ये सोची समझी साजिश के तहत ईडी की रेड कराई गई है। बिना मतलब के दिलबाग सिंह व उनके परिवार को मानसिक रूप से दबाव बनाया गया। राजिंद्र सिंह ने कहा कि ईडी को इन पांच दिनों में दिलबाग के घर से कुछ नहीं मिला यहां तक कि कोई कैश, सोना नहीं था।

ऐसे में उन्हें पांच दिन तक अपनी कस्टडी में क्यों रखा। घर से किसी को भी बाहर निकलने नहीं दिया गया। सीआरपीएफ जवानों को पहरे पर लगा दिया गया। राजिंद्र सिंह ने कहा कि फार्म हाउस से जो हथियार मिले। हथियार के उनके पास लाइसेंस हैं जिनके रेन्यूवल के लिए डीसी ऑफिस में आवेदन किया हुआ है। उनके पास कोई नई प्रॉपर्टी नहीं है, वही पुरानी पुरखों की प्रॉपर्टी है। दिलबाग सिंह के नाम कुछ भी नहीं है, वे केवल एक राजनीतिक व्यक्ति हैं।

-एजेंसी