रामपुर: दलित युवक की मौत के मामले में 25 लोगों पर FIR दर्ज, राजनीति शुरू

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रामपुर के पुलिस अधीक्षक का कहना है कि इस मामले में 25 लोगों पर FIR दर्ज हुई है, जिनमें 3 पुलिसवाले और 2 होमगार्ड भी शामिल हैं.

इस बीच भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर ने बुधवार को मृतक के परिजन से मुलाकात की. इसके बाद उन्होंने पीड़ित परिवार के लिए बीजेपी सरकार से 50 लाख रुपये का मुआवज़ा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की है.

उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर लिखा- “रामपुर में कल हुए पुलिस गोलीकांड में मारे गए भाई सुमेश के घर जा कर परिवार को आज सांत्वना दी, परिवार डरा हुआ है.”

भाई सुमेश के पीड़ित परिवार के लिये हमारी निम्न माँगे हैं-

1 – मामले की न्यायिक जांच हो.
2 – मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चले.
3 – घटना में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ़ सख्त कार्रवाई हो.
3 – रिपोर्ट के अनुसार दोषियों को गिरफ्तार कर जेल में डाला जाये.
4 – पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक मदद व एक सरकारी नौकरी दी जाए.
5 – आंबेडकर पार्क को शीघ्र बनाये जाने की अनुमति एवं सरकारी निधि से सौंदर्यीकरण व मृतक की प्रतिमा पार्क में लगाई जाए.
6 – सभी घायलों के बेहतर इलाज की व्यवस्था और इन्‍हें भी आर्थिक मदद दी जाये.”

कांग्रेस नेता उदित राज नए इस वाकये पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, “बीजेपी का रामराज्य पिछड़े, दलित, महिला, आदिवासियों के लिए मनुराज है. यूपी के रामपुर स्थित बड़ागांव में कुछ अधिकारी पुलिस फ़ोर्स व दबंगों के साथ पहुंचे थे. जहां दलित छात्र सुमेश कुमार की हत्या कर दी गई.”

“उनकी गलती यही थी कि ये गड्ढे को पाटकर बाबा साहेब का बोर्ड लगाना चाह रहे थे. यूपी में इस तरह का ज़ुल्म जारी है.”

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार मुरादाबाद के डिविजनल कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि “एक गुट भीमराव अंबेडकर की तस्वीर वाला बोर्ड लगाना चाहता था , साथ ही उनकी मांग थी कि ज़मीन पर उनके नाम वाला पार्क बना दिया जाए.”

“लेकिन दूसरे गुट ने इसका विरोध किया और दावा किया कि ये ज़मीन ग्राम समाज की है, इसकी वजह से झड़प शुरू हुई.”

“सुमेश कुमार 10वीं की परीक्षा दे कर लौट रहा था जिसकी झड़प के दौरान मौत हो गई. जो दो लोग घायल हुए हैं, उनका इलाज चल रहा है और उनकी हालत स्थिर है. ”

-एजेंसी