अमेरिका से तनाव बढ़ने की आशंका, रूस ने काला सागर में तैनात किये अपने फाइटर जेट्स

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मिसाइलों की डिलिवरी से नाराज रूस

मिग-31 जेट मैक 9 की स्‍पीड से 1000 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर सकते हैं। पुतिन ने कहा कि ‘यह फैसला किसी खतरे के चलते नहीं बल्कि भूमध्य सागर में जो कुछ हो रहा है, उस पर नजर रखने के लिए है। उन्होंने कहा कि इजरायल-हमास युद्ध के जवाब में अमेरिका ने दो एविएशन ग्रुप को भूमध्य सागर में स्थानांतरित कर दिया है।

साथ ही हाल में यूक्रेन को एटीएसीएमएस लंबी दूरी की मिसाइलों की डिलीवरी की है। इससे पता चलता है कि अमेरिका काफी समय तक संघर्ष में शामिल रहना चाहता है। पुतिन ने कहा, अमेरिका जो कुछ कर रहा है, उसके बाद मध्य पूर्व में संघर्ष और गहरा रहा है।

संघर्ष पर हुई चर्चा

पुतिन ने कहा कि उन्होंने और जिनपिंग ने अपनी बातचीत के दौरान यूक्रेन और मध्य पूर्व में संघर्षों पर विस्तार से चर्चा की है। उन्होंने कहा कि रूस और चीन को ‘सामान्य खतरों’ का सामना करना पड़ता है जो उनके संबंधों को मजबूत करते हैं। पुतिन के यूक्रेन पर साल 2022 में हुए हमले के बाद से चीन ने रूस को राजनयिक और आर्थिक सहायता प्रदान की है। इससे उसे अंतरराष्‍ट्रीय प्रतिबंधों के प्रभाव को कम करने में मदद मिली है। लेकिन अभी तक चीन की तरफ से रूस को हथियारों की आपूर्ति नहीं की गई है। चीन को आशंका है कि अगर वह ऐसा करता है तो फिर अमेरिका की तरफ से उसे भी प्रतिबंधित किया जा सकता है।

अमेरिका ने की गलती

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने पिछले महीने यूक्रेन को सीमित संख्या में ATACMS या आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम की सप्‍लाई को मंजूरी दी थी। यूक्रेन के राष्‍ट्रपति वलोदिमिर जेलेंस्की ने मंगलवार को कहा था कि आजोव सागर पर बर्डियांस्क में रूस के हवाई क्षेत्रों पर हमलों के बाद ATACMS ने खुद को साबित किया है। पुतिन ने कहा कि अमेरिका ने यूक्रेन को जवाबी हमले में मदद की है। साथ ही यूक्रेन को ATACMS देकर ‘गलती’ की है।

Compiled: up18 News