अमेरिकी राष्ट्रपति की चेतावनी नजरअंदाज, रफ़ाह पर हमले करेगा इसराइल

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नेतन्याहू से रविवार को जब पूछा गया कि क्या इसराइली सेना रफ़ाह जाएगी, तो उन्होंने कहा कि ”हम वहां जाएंगे. हम छोड़ने नहीं जा रहे. आप जानते हैं मेरे पास एक रेड लाइन है. वो रेड लाइन ये है कि अब हम​ फिर सात अक्टूबर जैसी घटना नहीं होने देंगे.”

बिना किसी का नाम लिए नेतन्याहू ने दावा किया है कि उन्हें अरब के कई नेताओं का समर्थन हासिल है.

इससे पहले शनिवार को अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने कहा था कि वे रफ़ाह में हमले का विरोध करेंगे. उन्होंने कहा था कि वह स्वीकार नहीं कर सकते कि 30 हज़ार और फ़लस्तीनी मारे जाएं.

इससे पहले राहत कार्य करने वाली संस्थाओं ने कहा था कि मिस्र से लगती सीमा पर मौजूद रफ़ाह पर हमले करने से बड़ी संख्या में आम लोग हताहत होंगे.

जर्मनी की विदेश मंत्री अन्नालेना बायरबॉक ने इसे ‘मानवीय आपदा’ क़रार दिया है.
गाजा पट्टी के उत्तर और मध्य में स्थित शहरों पर हमले के बाद रफ़ाह में भारी संख्या में फ़लस्तीनी शरणार्थी रह रहे हैं.

-एजेंसी