ED ने कहा, देश छोड़कर फरार होने की कोशिश में थी जैकलीन फर्नांडिस

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यही नहीं, ईडी ने इस मामले में जैकलीन फर्नांडिस को लेकर एक बड़ा खुलासा भी किया है। ईडी ने कहा है कि जैकलीन फर्नांडिस ने जांच के दौरान सबूतों के साथ छेड़छाड़ की थी। उन्होंने न सिर्फ अपने मोबाइल फोन से डेटा डिलीट किया था, बल्कि देश छोड़कर फरार होने की कोशिश में थीं। लेकिन इमिग्रेशन अथॉरिटी ने उन्हें कामयाब नहीं होने दिया।

ईडी ने 26 सितंबर को 5 शर्तों के साथ दी थी अंतरिम जमानत

जैकलीन फर्नांडिस को 26 सितंबर 2022 को पांच शर्तों के साथ अंतरिम जमानत दी गई थी, जिसे एडिशनल सेशंस जज शैलेंद्र मलिक ने 22 अक्टूबर को सुनवाई के बाद 10 नवंबर तक के लिए बढ़ा दिया। इसमें से एक शर्त यह थी कि वह कोर्ट के आदेश के बिना देश छोड़कर नहीं जा सकती हैं। ईडी का यह भी कहना है कि जैकलीन फर्नांडिस ने जांच में सहयोग नहीं किया।

ईडी का आरोप, जांच में सहयोग नहीं किया और बार-बार बयान बदला

ईडी ने कहा कि जैकलीन बार-बार अपना बयान बदलती रही हैं और इस बात से इंकार करती रही हैं कि उन्होंने या उनके परिवार ने ठगी के 7.1 करोड़ रुपयों से किसी तरह का फायदा उठाया। इस मामले में ईडी ने जैकलीन को अगस्त 2022 में आरोपी बनाया था लेकिन जैकलीन का कहना था कि वह खुद सुकेश और उसके साथियों की पीड़ित हैं। जैकलीन की जमानत अब 10 नवंबर तक बढ़ा दी गई है, जिसके बाद अगली सुनवाई उसी तारीख को होगी।

जैकलीन आरोपी और नोरा फतेही सरकारी गवाह

जैकलीन फर्नांडिस पर आरोप हैं कि वह न सिर्फ ठग सुकेश की गतिविधियों के बारे में जानती थीं, बल्कि उन्होंने उससे करोड़ों के महंगे गिफ्ट भी लिए थे। ईडी द्वारा दायर की गई चार्जशीट में आरोपी बनाए जाने के बाद जैकलीन से अधिकारियों ने करीब 8 घंटे पूछताछ की थी। इस मामले में एक्ट्रेस नोरा फतेही का भी नाम सामने आया और उनसे भी पूछताछ की गई। ईडी की पहली चार्जशीट में नोरा फतेही और जैकलीन फर्नांडिस का नाम सरकारी गवाह के रूप में शामिल था। लेकिन बाद में जैकलीन को आरोपी बनाया गया और नोरा सरकारी गवाह बनीं।

-एजेंसी