उद्धव ठाकरे गुट के विधायक रवींद्र वायकर के यहां ईडी की छापेमारी

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भूमि उपयोग की शर्तों में कथित रूप से हेरफेर करके जोगेश्वरी में होटल का निर्माण कराने का आरोप है। इसी मामले में उद्धव गुट के नेता वायकर और उनके सहयोगियों से जुड़े सात ठिकानों पर ईडी की छापेमारी चल रही है। इससे वायकर की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं।
ईडी ने उद्धव ठाकरे के विश्वासपात्र रवींद्र वायकर के जोगेश्वरी स्थित घर पर मंगलवार सुबह छापा मारा।

शुरुआती जानकारी के मुताबिक, ईडी की 10-12 अधिकारियों की टीम सुबह करीब 8:30 बजे वाइकर के घर पहुंची। तब से ईडी वायकर के घर की तलाशी ले रही है। इसके अलावा ईडी वायकर से संबंधित लोगों के सात स्थानों पर छापेमारी कर रही है, जिसमें उनके साझेदारों के घर भी शामिल हैं।

गिरफ्तारी की तलवार लटकी!

ईडी ने 500 करोड़ रुपये के कथित जमीन घोटाले में उद्धव ठाकरे गुट के विधायक रवींद्र वायकर के खिलाफ नवंबर में मामला दर्ज किया था। उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग (पीएमएलए) के तहत कार्रवाई की जा रही है। ऐसे में रवींद्र वायकर पर गिरफ्तारी की तलवार भी लटक रही है।

जानकारी के मुताबिक, ईडी ने रवींद्र वायकर से जुड़े सभी दस्तावेज और बयान दर्ज कर लिए हैं। ये दस्तावेज उन्हें मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा से मिले हैं। फिलहाल मामले की जांच चल रही है।

क्या है मामला?

शिवसेना विधायक रवींद्र वायकर पर आरोप है कि उन्होंने मुंबई नगर निगम द्वारा खेल के मैदान के लिए आरक्षित जमीन पर पांच सितारा होटल बनाने की अनुमति हासिल की। यह मामला 500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का बताया जा रहा है। ईडी ने इस पांच सितारा होटल से जुड़े दस्तावेज मांगे हैं।

इस मामले में रवींद्र वायकर की पत्नी मनीषा वायकर, बिजनेस पार्टनर आसू नेहलानाई, राज लालचंदानी और प्रथपाल बिंद्रा और आर्किटेक्ट अरुण दुबे शामिल हैं। हालांकि उद्धव गुट के नेता ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इनकार किया है। वायकर ने कहा कि उन पर लगाए गए आरोप राजनीतिक साजिश का हिस्सा हैं।

किरीट सोमैया ने लगाये आरोप

बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने रवींद्र वायकर पर आर्थिक हेराफेरी के कई आरोप लगाए थे। सोमैया ने दावा किया था कि उद्धव ठाकरे और रवींद्र वायकर के व्यापारिक संबंध भी हैं। वायकर जल्द ही जेल जाएंगे। ईडी रवींद्र वायकर की पहले भी जांच कर चुकी है।

वायकर से पहले उद्धव ठाकरे गुट के कई नेताओं को ईडी जांच का सामना करना पड़ा है। इससे पहले ईडी ने संजय राउत और अनिल परब के घर पर भी छापेमारी की थी। राज्यसभा सांसद राउत को ईडी ने गिरफ्तार भी किया था और उन्हें करीब तीन महीने तक जेल में रहना पड़ा था।

-एजेंसी