एयर होस्टेस गीतिका शर्मा की मौत के मामले में बरी हुए पूर्व मंत्री गोपाल कांडा की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। अब हरियाणा के गुरुग्राम जिले में उनके घर और दफ्तर पर ईडी ने रेड की है। गोपाल कांडा की कंपनी MDLR के दफ्तर और घर में ईडी की टीमें मौजूद हैं। सुबह 6 बजे से ईडी की टीम उनके ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। गोपाल कांडा की पार्टी मौजूदा बीजेपी-जेजेपी गठबंधन सरकार को बाहर से समर्थन दे रही। गोपाल कांडा के भाई गोविंद भी बीजेपी में ही हैं। ऐसे में ईडी की छापेमारी को लेकर तरह-तरह की बातें की जा रही हैं।
26 जुलाई को एयरहोस्टेस गीतिका शर्मा के केस में हरियाणा के पूर्व मंत्री गोपाल कांडा और एक अन्य आरोपी अरुणा चड्ढा को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने बरी कर दिया था। कांडा पर एयर होस्टेस गीतिका को खुदकुशी के लिए उकसाने, सबूतों को नष्ट करने और आपराधिक षडयंत्र का आरोप था। बाद में कोर्ट ने अरुणा चड्ढा को इसमें आरोपी बनाया था।
कौन हैं गोपाल कांडा
गोपाला कांडा के राजनीतिक करियर की शुरुआत साल 2009 से होती है। इस साल उन्हें इनेलो से टिकट नहीं मिला था तो उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा। वह 6 हजार से अधिक वोटों से चुनाव जीत गए थे। गोपाल कांडा ने हरियाणा लोकहित पार्टी के नाम से अपना सियासी दल बना रखा है। 2019 के विधानसभा चुनाव में कांडा ने सिरसा विधानसभा सीट से अपनी पार्टी के टिकट पर जीत दर्ज की थी। हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों में किसी को बहुमत नहीं मिलता दिख रहा था और बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर रही थी। ऐसे में कांडा ने बिना शर्त बीजेपी को समर्थन का ऐलान किया था।
Compiled: up18 News