आगरा कॉलेज में चीफ़ प्रॉक्टर और छात्र के बीच हुआ विवाद, थाने तक पहुंचा मामला

स्थानीय समाचार

आगरा कालेज में एक छात्र और चीफ प्रोक्टर के बीच का विवाद थाने तक जा पहुँचा है। छात्र ने थाना लोहामंडी में कॉलेज के चीफ प्रोक्टर के खिलाफ तहरीर दी है और मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। छात्र ने जो तहरीर दी उसमें आरोप लगाया है कि चीफ प्रोक्टर ने उस पर जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए उसके साथ मारपीट की। इस संबंध में छात्र ने वीडियो भी वायरल किया है।

वीडियो वायरल करने वाले छात्र ने बताया कि कालेज में वह प्रवेश और परिचय पत्र लेने के लिए पहुँचा था। चीफ प्रोक्टर ने आईडी दिखाने को कहा लेकिन परिचय पत्र न होने पर उसके साथ अभद्रता की गयी। जाति सूचक शब्द कहे और मारपीट की।

छात्र ने कहा कि चीफ प्रोक्टर ऐसा ही करते हैं। वह आज की घटना से बहुत आहत हूं। अगर चीफ प्रोक्टर के खिलाफ कार्यवाही नहीं हुई तो वह कॉलेज से पढ़ाई छोड़ देगा।

चीफ प्रोक्टर के अनुसार छात्र परिचय पत्र लेने के लिए आ रहे थे। इस वजह से भीड़ सुबह से शाम तक लगी रहती है। इसी भीड़ का फायदा उठाकर कुछ बाहरी तत्व भी कालेज में आ जाते हैं। इसी के चलते प्रोक्टोरियल बोर्ड लगातार छात्रों के परिचय पत्रों की जांच कर रहा है। परिचय पत्र न दिखाने वाले युवाओं को कालेज से बाहर कर दिया जाता है।

घटना बुधवार की है। परिचय पत्र के लिए छात्र-छात्राओं की अलग-अलग पंक्तियां लगी हुई थीं। छात्राओं की पंक्ति में छात्र रजत कुमार एक छात्रा के साथ खड़ा था। प्रोक्टोरियल बोर्ड ने एतराज जताया और छात्राओं पंक्ति से अलग होने को कहा। छात्र दो कदम दूर हुआ। इस पर चीफ प्रोक्टर डा. अमित अग्रवाल ने उसे परिचय पत्र दिखाने को कहा, जो वो नहीं दिखा पाया। यूनीफार्म भी नहीं पहनी थी।

‘छात्र के आरोप हैं गलत‘

इस पर डा. अग्रवाल ने उसे प्रोक्टर कार्यालय में जाने को कहा। जहां उसे परिचय पत्र न रखने और यूनीफार्म न पहनने पर डांट लगाई गई। डा. अग्रवाल का कहना है कि मुझे उस छात्र का नाम तक नहीं पता तो मैं जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल कैसे करूंगा?

वहीँ छात्र रजत कुमार ने थाना लोहामंडी में तहरीर दी है। इस बारे में इंस्पेक्टर लोहामंडी त्रिलोकी सिंह का कहना है कि तहरीर प्राप्त हुई है, जांच कराई जा ही है।