अगर आप कभी धर्मशाला और मैक्लोडगंज घूमने गए हों तो इसके पास एक और जगह है ‘धर्मकोट’। बहुत कम लोग इसके बारे में जानते हैं। ‘धर्मकोट’ मैक्लोडगंज के पास एक छोटा सा गांव है। वैसे तो धर्मकोट को मैक्लोडगंज का विकल्प माना जाता है। यह जगह अन्य शहरों की तरह लोकप्रिय और भीड़ भाड़ वाली नहीं है इसलिए आप यहां शांति और सुकून के पल आराम से बिता सकते हें।
इसे हिप्पी गांव के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि यहां पर ज्यादातर इजरायल से आने वाले पर्यटक रहते हैं। यह शहर आध्यात्मिकता और शांति को पसंद करने वाले लोगों के लिए बेहद अच्छी जगह है। मैक्लोडगंज से जाएंगे, तो इसकी दूरी मात्र 7 किमी है। अगर आप वास्तव में अपनी छुट्टियां सुकून से बिताना चाहते हैं, तो मैक्लोडगंज के पास स्थित धर्मकोट की यात्रा जरूर करनी चाहिए।
धर्मकोट स्टूडियो
धर्मकोट स्टूडियो एक ऐसी जगह है जहां हर कोई मिटटी के बर्तन बनाना सीख सकता है। यह जगह मैक्लोडगंज से मात्र 3 किमी की दूरी पर है। यह जगह इतनी दिलचस्प है कि यहां पर लोगों को बर्तन बनाने सिखाने के लिए वर्कशॉप और पैकेज चलाए जाते हें। धर्मकोट स्टूडियो में क्ले केमिस्ट्री लैब भी है।
त्रिउंड के लिए ट्रेक
त्रिउंड सबसे आसान हिमालयी ट्रेक है। यहां पर जनवरी और फरवरी में जाने की मनाही होती है। क्योंकि यहां बर्फबारी खूब होती है और इन दोनों महीनों में बर्फबारी के कारण ट्रेक के कुछ हिस्से कट जाते हैं।
गल्लू वॉटरफॉल
धर्मकोट के ऊपरी हिस्से में गल्लू वॉटरफॉल है। इसके लिए आपको धर्मकोट से गल्लू देवी मंदिर पहुंचना होगा, इसके बाद आप गल्लू वॉटरफॉल के लिए ट्रेक शुरू कर सकते हैं। हालांकि, यहां जाने का रास्ता संकरा और फिसलन भरा है, इसलिए सावधानी से जाना चाहिए। इसे नो नेम वॉटरफॉल के नाम से भी जाना जाता है
नड्डी
नड्डी, धर्मकोट से 2 किमी की दूरी पर एक छोटा सा गांव है। यह अपने सूर्यास्त और सूर्योदय के लिए बहुत मशहूर है। आप चाहे, तो धर्मकोट से पैदल यात्रा भी कर सकते हैं। यहां सनसेट / सनराइज कैफे के नाम से एक चाय की दुकान है जहाँ आप अपने सामने शानदार दृश्य का आनंद लेते हुए नाश्ता कर सकते हैं।
भागसू
धर्मकोट से 2 किलोमीटर की पैदल दूरी पर स्थित भागसू का छोटा सा गांव है। इसी नाम से यहां एक वॉटरफॉल है जो मैकलोडगंज के प्रमुख पर्यटक आकर्षणों में से एक है। झरने से पहले भागसू नाग मंदिर भी है, जो मंदिर भगवान शिव को समर्पित है।
धर्मकोट कैसे जाएं
सड़क मार्ग से दिल्ली-पानीपत-करनाल-चंडीगढ़-रूपनगर-आनंदपुर साहिब-ऊना-अम्ब-कांगड़ा-धर्मशाला-मैकलोडगंज-धर्मकोट यह जगह पहुंचने का सबसे सरल रास्ता है। यह यात्रा लगभग 500 किमी की होगी, जिसे पूरा होने में 10-12 घंटे लग सकते हैं। यदि आप बस से जा रहे हैं तो दिल्ली से मैक्लोडगंज जाने में 14 घंटे लगेगा। यहां से कैब लेकर आप धर्मकोट पहुंच सकते हैं।
हवाई मार्ग- धर्मकोट के निकट गग्गल हवाई अड़डा है, जिसे कांगडा हवाई अड़डा भी कहते हैं। धर्मकोट से यह 20 किमी दूर है। यहां से टैक्सी से आपको मैक्लोडगंज जाना होगा, जो यहां से 20 किमी दूर है।
ट्रेन से- मैकलोडगंज से लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पठानकोट निकट रेलवे स्टेशन है। पठानकोट से मैक्लोडगंज के लिए दिन भर सीधी बसें हैं और यात्रा पूरी करने में 4 घंटे का समय लगता है। मैकलोडगंज से, आप या तो पैदल चल सकते हैं या धर्मकोट के लिए एक रिक्शा ढूंढ सकते हैं।
-एजेंसी