आगरा: सरकार की ‘अग्निपथ’ योजना के ख़िलाफ़ युवाओं का प्रदर्शन, सड़क की जाम

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आगरा: सरकार की ओर से ‘अग्निपथ योजना’ लाकर सेना और एयरफोर्स और नेवी में ज्यादा से ज्यादा युवाओं को नौकरी दिए जाने की प्रक्रिया को अमलीजामा पहना रही है लेकिन इस योजना को लेकर विरोध देखने को मिल रहा है। आगरा की सड़कों पर सैकड़ों इसके विरोध में उतर आए हैं। गुरुवार को सेना और एयरफोर्स के अभ्यार्थियों के साथ देश सेवा के लिए सेना में भर्ती होने की चाह रखने वाले युवाओं ने सेना भर्ती कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। इस दौरान युवाओं ने मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की, साथ ही सड़क भी जाम कर दी। सूचना मिलते ही क्षेत्र की पुलिस मौके पर पहुंच गई और युवाओं को समझा-बुझाकर शांत किया लेकिन युवा टीओडी (Tour of Duty) प्रक्रिया को लेकर आक्रोशित दिखाई दिए। उन्होंने टीओडी वापस लिए जाने की मांग उठाई।

सेना भर्ती कार्यालय के बाहर सड़क पर प्रदर्शन कर रहे युवाओं में रोष दिखना लाजमी था। इसमें से अधिकतर वह युवा थे जिन्होंने हाल ही में सेना और एयरफोर्स भर्ती के एग्जाम दिए थे। कुछ युवाओं का कहना था कि इन एग्जाम की सभी भर्ती प्रक्रिया और फॉर्मेलिटीज उन्होंने पूरी कर दी है। उसका रिजल्ट आना बाकी है लेकिन 2 साल बीत जाने के बावजूद सेना की भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं हुई और अब सरकार की टीओडी लागू कर उस प्रक्रिया से नई भर्ती कराना चाहती है जिसके चलते पिछली भर्ती प्रक्रिया को उन्होंने कैंसिल कर दिया है

प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने मोदी सरकार को जमकर आड़े हाथ लिया। उनका कहना था कि मोदी सरकार उनका भविष्य नहीं बना रही बल्कि उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। सेना और एयरफोर्स में जब भर्ती प्रक्रिया पूरी हो गई तो उस प्रक्रिया को अंतिम छोर तक क्यों नहीं ले जाया जा रहा है। उनकी परीक्षा का परीक्षा परिणाम क्यों सामने नहीं आ रहा है। वह उस प्रक्रिया से स्थाई नौकरी पाना चाहते थे अब उनके सपनों पर पानी फेर दिया है। सरकार से उनके हाथ में सिर्फ 4 साल की नौकरी थामाना चाहती है जिसे कोई भी परीक्षार्थी बर्दाश्त नहीं करेगा। सरकार इस तरह से युवाओं का भविष्य नहीं बना रही बल्कि उनके भविष्य को खराब करने की मंशा के तहत टीओडी लागू कर रही है।

युवाओं का कहना है कि सरकार सिर्फ टीओडी योजना के माध्यम से 4 साल की नौकरी देना चाहती है। 4 साल युवा नौकरी करेगा। शस्त्र चलाना सीखेगा और फिर 4 साल बाद घर बैठ जाएगा। आखिरकार 4 साल बाद वह क्या करेगा इसके लिए सरकार ने कोई योजना नहीं बनाई नही बनाई।

युवाओं ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार युवाओं का भविष्य नहीं बना रही बल्कि उन्हें अपराध की ओर धकेलने का प्रयास कर रही है। टीओडी योजना के माध्यम से 4 साल की नौकरी करने के बाद सेना से शस्त्र प्रशिक्षण लेने के बाद वह घर नहीं बैठेगा बल्कि अपराध की ओर अग्रसर हो जाएगा।