दिल्ली में 1 अगस्त से सरकारी दुकानों से शराब की बिक्री होगी। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की इस घोषणा के बाद से दिल्ली में शराब की प्राइवेट दुकान चलाने वाले सभी 468 दुकानदारों में अफरातफरी मच गई है। दुकानदार परेशान हैं कि 31 जुलाई को खत्म हो रही उनकी लाइसेंस की समय-सीमा को बढ़ाया जाएगा या नहीं?
इस आशंका के बीच शराब का स्टॉक खत्म करने के लिए दुकानदारों ने भारी डिस्काउंट देना शुरू कर दिया गया है। ऐसा लग रहा जैसे ‘फ्लैश सेल’ हो। सूत्रों के अनुसार कुछ दुकानों पर एक के साथ दो बोतल फ्री दी जा रही है जिससे कि अगर लाइसेंस का टाइम नहीं भी बढ़ा तो दुकानों पर कम से कम स्टॉक रहे।
डीसी और एसी समेत तमाम आला अफसरों ने साधी चुप्पी
दुकानदारों का आरोप है कि एक्साइज विभाग की ओर से उन्हें कोई जवाब नहीं दिया जा रहा है। 4 दिन से उन्हें आईटीओ स्थित ऑफिस में घुसने भी नहीं दिया जा रहा है। एक्साइज विभाग के कमिश्नर से लेकर डीसी और एसी समेत तमाम आला अफसर चुप्पी साधे हुए हैं। दुकानदारों का कहना है कि आज नहीं तो कल यह तो साफ हो जाएगा कि उन्हें दिल्ली में शराब बेचने की इजाजत दी गई है या नहीं। फिर अभी ही इस स्थिति को साफ क्यों नहीं किया जा रहा।
10-15 दिनों के लिए लाइसेंस बढ़ाए जाने की अनुमति
हालांकि, सूत्रों का कहना है कि इस बात को लेकर विभागीय अधिकारियों में मंथन चल रहा है कि अगर प्राइवेट दुकानों के लाइसेंस में बढ़ोत्तरी नहीं की गई तो फिर 1 अगस्त से दिल्ली में शराब की भारी किल्लत हो सकती है। ऐसे में 10-15 दिनों के लिए लाइसेंस बढ़ाए जाने की अनुमति मिल सकती है लेकिन खबर लिखे जाने तक इसके लिए आदेश जारी नहीं किए गए थे। अगर पुरानी पॉलिसी के तहत ही शराब बेची जानी है, तो फिर सरकारी के अलावा प्राइवेट दुकानें भी खुलेंगी या मौजूदा प्राइवेट दुकानों से ही शराब और बीयर की बिक्री जारी रखी जाएगी। इस मामले में भी तस्वीर साफ नहीं की गई है।
एक्साइज विभाग की ओर से स्थिति साफ नहीं
दूसरी ओर DSIIDC, DTTDC, DCCWS और DSCSC के सूत्रों का कहना है कि हमारे पास भी शनिवार शाम तक एक्साइज विभाग की ओर से यह साफ नहीं किया गया है कि उन्हें कहां और कितनी दुकानें खोलनी हैं, यह दुकानें कब से खोली जाएंगी और दुकानों से बेचने के लिए शराब और बीयर कैसे खरीदी जाएगी?
ऐसे में विभाग 1 अगस्त से शराब की कितनी दुकानें खोल पाएगा, यह ता पाना उसके लिए मुश्किल है।
शराब की हो सकती है किल्लत
पुरानी पॉलिसी के तहत दिल्ली में शराब बिक्री के लिए 260 प्राइवेट दुकानें थीं और 460 सरकारी दुकानें। लेकिन इन सरकारी दुकानों में 372 दुकानों से ही इंग्लिश शराब और बीयर बेची जा सकती थी, बाकी 88 दुकानों से देशी शराब बेची जाती थी। अब सवाल यह है कि नई एक्साइज पॉलिसी 2021-22 को बंद करने के बाद 1 अगस्त से सरकारी दुकानों से ही शराब की बिक्री हो पाएगी लेकिन एक्साइज विभाग की ओर से इस मामले में तस्वीर साफ नहीं की गई है। इस तरह से अगर मौजूदा शराब की दुकानों के लाइसेंस को नहीं बढ़ाया गया तो दिल्ली में 1 अगस्त से शराब खरीदने वालों को भारी किल्लत का सामना करना पड़ सकता है।
-एजेंसी