देश में कोरोना वायरस की तीसरी लहर ज्यादातर राज्यों में कमजोर पड़ती जा रही है। हालांकि, केरल जैसे कुछ राज्यों में अभी ऐसा नहीं दिख रहा। इस बीच इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने बताया है कि देश को कब इस ओमीक्रोन लहर से मुक्ति मिलेगी। ICMR के अडिशनल डायरेक्टर जनरल डॉक्टर समीरन पांडा ने बताया कि अलग-अलग राज्यों में तीसरी लहर अलग-अलग वक्त पर खत्म होगी। देश में मार्च तक ये खत्म हो सकती है।
डॉक्टर पांडा ने शुक्रवार को बताया कि महाराष्ट्र, दिल्ली और पश्चिम बंगाल में इस महीने के आखिर तक कोरोना की तीसरी लहर खत्म हो सकती है। उन्होंने बताया, ‘इन राज्यों में तीसरी लहर का पीक गुजर चुका है और इस महीने के अंत तक ये बेस लेवल तक पहुंच जाएगी। जहां तक पूरे देश की बात है तो मार्च तक तीसरी लहर खत्म होने की उम्मीद है।’
आईसीएमआर के मैथमेटिकल मॉडल के मुताबिक इन राज्यों में इस महीने के भीतर ही तीसरी लहर खत्म हो जाएगी।
आईसीएमआर और इंपियरल कॉलेज लंदन की तरफ से बनाए गए इस क्रोमिक मॉडल के मुताबिक देश में इस साल मार्च मध्य तक कोरोना एंडेमिक स्टेज तक पहुंच सकता है।
डॉक्टर पांडा ने बताया कि महामारी अब स्थिरता की तरफ बढ़ रही है। उन्होंने कहा, ‘अगर SARS-CoV-2 (कोरोना वायरस) का भविष्य में कोई खतरनाक वेरिएंट नहीं आता तो सबकुछ कंट्रोल में आ सकता है। एपिडेमिक के एंडेमिक स्टेज में पहुंचने के संकेत मिल रहे हैं।’
उन्होंने बताया कि जिन राज्यों और जिलों में जनवरी की शुरुआत में बहुत ज्यादा नए केस आ रहे थे, अब वहां धीरे-धीरे संक्रमण में गिरावट आ रही है। उन्होने कहा, ‘हम कह सकते हैं कि फरवरी के अंत तक गिरावट हो सकती है।’
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दो दिन पहले गुरुवार को जो प्रेजेंटेशन दिया था उसके मुताबिक महाराष्ट्र में काफी कमी आई है। यह उन 34 राज्यों में है जहां कोरोना के नए केस ढलान पर हैं। राज्य के विशेषज्ञों का भी कहना है कि सूबे के ज्यादातर जिलों में ढलान का ट्रेंड दिख रहा है।
-एजेंसियां