आगरा: अजीत नगर गेट पर संविदा कर्मचारियों का धरना लगातार 16वें दिन भी जारी, एचएएल पर लगाया गंभीर आरोप

Press Release

आगरा: अजीत नगर गेट पर एचएएल आगरा प्रशासन के खिलाफ धरने पर बैठे एचएएल संविदा कर्मचारियों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। धरने पर बैठे हुए संविदा कर्मचारियों को 16 दिन बीत चुके हैं। न ही एचएएल आगरा प्रशासन ने उनकी कोई सुध ली है और न ही एचएल संविदा कर्मचारी पीछे हटने को तैयार हैं। ऐसे में आगरा का जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधि उनके बीच एक कड़ी बनने का कार्य कर सकते हैं लेकिन अभी तक इनकी ओर से भी एचएएल संविदा कर्मचारियों को कोई उचित आश्वासन नहीं मिला है। एचएएल संविदा कर्मचारियों ने दो टूक शब्दों में कहा कि जब तक एचएएल आगरा प्रशासन नहीं झुकेगा धरना जारी रहेगा।

एचएएल संविदा कर्मचारियों का कहना था कि आज धरने को 16 दिन पूरे हो चुके हैं। हमारी एचएएल आगरा से कोई लड़ाई नहीं है। हम यह जानना चाहते हैं कि आखिरकार उन्हें क्यों निकाला गया, निकालने से पहले उन्हें नोटिस क्यों नहीं दिया गया और अगर निकालना ही था तो श्रम विभाग के जो नियम है, उन नियमों का पालन क्यों नहीं किया गया। एचएएल संविदा कर्मचारी अपने इन सवालों का जवाबों को चाहते हैं। उनका कहना है कि अगर आगरा प्रशासन गलत है तो उन्हें वापस नौकरी पर लिया जाए।

धरने पर बैठे एचएएल संविदा कर्मचारियों का कहना है कि एचएएल आगरा कहता है कि उनके पास कोई काम नहीं है लेकिन दूसरी ओर वह काम के लिए नई भर्तियां कर रहा है। ऐसे कैसे हो सकता है कि जब काम नहीं है तो नई भर्तियां कैसे। अगर काम था तो जो लोग 25 से 30 साल अपने एचएएल को दे चुके थे। उन्हें निकाला क्यों गया। संविदा कर्मचारियों ने यह भी आरोप लगाया कि एचएएल उप प्रबंधक एस सी मिश्रा तानाशाही रवैया अपनाकर अपने भाई और भतीजे को एचएएल आगरा में भर्ती करा रहे हैं।

अजीत नगर गेट पर धरना दे रहे एचएएल संविदा कर्मचारियों का कहना है कि एचएएल आगरा के उप प्रबंधक एस सी मीणा ने 25 से 30 साल पुराने अनुभव मजदूरों और कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया तो वहीं दूसरी ओर अनुभवहीन अपने रिश्तेदारों की भर्ती कर रहे हैं जिससे एचएएल आगरा का तो नुकसान है। वहीं 29 कर्मचारियों की रोजी-रोटी छीन कर उन्हें भी भुखमरी के कगार पर ले आए हैं। आंदोलनकारी मजदूरों ने दो टूक शब्दों में कहा है कि जब तक एस सी मीणा नहीं झुकेंगे यह आंदोलन जारी रहेगा