आगरा: कांग्रेसी ग्रामीण विधानसभा प्रत्याशी उपेंद्र सिंह ने पंचवटी प्लाजा ताज नगरी फेस टू में एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया। पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने आगरा प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मतदान समाप्ति के दौरान उनके एजेंट की मौजूदगी में ईवीएम मशीन सील होनी थी लेकिन जिला प्रशासन ने भाजपा प्रत्याशी बेबी रानी मौर्य को लाभ दिलाने के लिए ईवीएम सीलिंग के दौरान घोर धांधली व लापरवाही बरती। जिला प्रशासन की मंशा ग्रामीण विधानसभा पर ठीक नहीं थी। मतदान ठीक-ठाक होने के बावजूद ईवीएम सीलिंग के दौरान किसी भी तरह की निष्पक्षता नहीं बरती गई।
कांग्रेस प्रत्याशी उपेंद्र सिंह ने कहा कि प्रशासन की ओर से उन्हें 8 तारीख को अवगत करा दिया गया था कि 10 तारीख को जब मतदान खत्म हो जाएगा तो अपने इलेक्शन एजेंट को भेज देना। उनके समक्ष ईवीएम और बैलेट पेपर को सील किया जाएगा। मतदान खत्म होने के बाद उनके इलेक्शन एजेंट स्ट्रांग रूम के बाहर खड़े रहे। लगभग 11:30 तक इलेक्शन एजेंट को सूचना नहीं दी गई कि ईवीएम और बैलेट पेपर सील किए जा रहे हैं। बिना इलेक्शन एजेंट के अनुपस्थिति में ही जिला प्रशासन और रिटर्निंग ऑफिसर ने ईवीएम और बैलट पेपर को सील कराकर स्ट्रांग रूम में रखवा दिया। जबकि उनके इलेक्शन एजेंट स्ट्रांग रूम से लगभग 700 मीटर की दूरी पर ही बैठे रहे। उपेंद्र सिंह ने कहा कि यह उनके साथ ही नहीं बल्कि किसी भी अन्य प्रत्याशी के इलेक्शन एजेंट को जिला प्रशासन ने कोई भी सूचना नहीं दी। जिला प्रशासन ने भाजपा प्रत्याशी को लाभ दिलाने के लिए चुनाव आयोग के नियमों को तार-तार कर दिया।
कांग्रेस प्रत्याशी उपेंद्र सिंह का कहना है कि ईवीएम सीलिंग के दौरान जिस तरह से घोर लापरवाही बरती गई है, इससे साफ तौर से कहा जा सकता है कि यह भाजपा को लाभ दिलाने के लिए किया गया है। ईवीएम सीलिंग के दौरान आवश्यक रूप से धांधली की गई है।
कांग्रेस प्रत्याशी उपेन्द्र सिंह ने बताया कि रात को ही उन्होंने रिटर्निंग ऑफिसर आब्जर्वर नलिनी सिंह जिला अधिकारी आगरा चुनाव आयोग को शिकायत कर दी है। इस मामले को वह लगातार उठाते रहेंगे जिससे ईवीएम सीलिंग में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो।