लखनऊ में 81वां इंडियन रोड कांग्रेस के मंच पर पहुंचे सीएम योगी, केंद्रीय मंत्री गडकरी

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यूपी पांचवी बार इसकी मेजबानी कर रहा है। यूपी के भी 200 डेलीगेट्स हिस्सा ले रहे हैं। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में केंद्रीय सड़क, परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, यूपी के सीएम योगी शुभारंभ करने के लिए आ चुके हैं। साथ में केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह भी मौजूद हैं।

जितिन प्रसाद ने कहा,” यूपी की धरती पर ऐतिहासिक अधिवेशन होने जा रहा है। नितिन गडकरी आज के आधुनिक भागीरथ है। जिस प्रकार भागीरथ ने गंगा को उतारने का काम किया था, उसी तरह से गडकरी ने कश्मीर से कन्याकुमारी तक पूरे देश में सड़कों की गंगा बहा दी है।”

यहां नई तकनीक से लगभग 50 लाख टन कार्बन उत्सर्जन को बचाया गया है। मुख्यमंत्री ने 2027 तक यूपी को 1 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने का जो लक्ष्य रखा है, उसमें इन्फ्रास्ट्रक्चर व सड़क का विशेष योगदान है। अधिवेशन में एफडीआर जैसी तकनीकी विषयों पर कोड्स लाया जाएगा, जिससे यूपी को बड़ा लाभ होगा।

पांचवीं बार यूपी कर रहा मेजबानी

यूपी में आईआरसी का यह पांचवां अधिवेशन है। प्रथम अधिवेशन दिसंबर 1934 में दिल्ली में हुआ था। वर्ष 1937, 1985, 1995 व 2011 में यूपी इसकी मेजबानी कर चुका है। इसके बाद इस वर्ष यह गौरव उत्तर प्रदेश को मिल रहा है।

19 तकनीकी सत्र होंगे, एक सत्र यूपी का अधिवेशन में 19 सत्र होंगे। इसमें एक सत्र यूपी का भी होगा, जिसमें अपने श्रेष्ठ कार्यों का प्रस्तुतिकरण किया जाएगा। सड़क निर्माण की नई तकनीकों, इन्फ्रास्ट्रक्चर, अच्छी, किफायती, टिकाऊ व सुरक्षित सड़कों जैसे विषयों के लिए यह काफी कारगर होगा।

देश-विदेश के तकनीकी विशेषज्ञों, केंद्र व प्रदेश के इंजीनियरों, सड़क व सेतु से जुड़ी संस्थाओं, वैज्ञानिकों व सलाहकारों की ओर से कई विषयों पर प्रस्तुति होगी। तकनीकी प्रदर्शनी में 180 स्टॉल लगाए जाएंगे, जिसमें विभिन्न कंपनियों की ओर से सड़क निर्माण में काम आने वाले उपकरण, मशीनरी, मटेरियल व नई तकनीक से जुड़ी जानकारियां मिलेंगी।

साथ ही एक जिला, एक उत्पाद (ओडीओपी) के जरिए सूबे की कला व शिल्पकारों के हुनर से भी आगंतुक अवगत होंगे। इस दौरान सांस्कृतिक सांझ का भी आयोजन किया जाएगा। इसमें हरिहरपुर घराने को भी आमंत्रित किया गया है।

छात्रों को प्रतिभाग का मिलेगा अवसर

यह अधिवेशन इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए भी काफी कारगर होगा। सड़क निर्माण के क्षेत्र में करियर बनाने व स्टार्टअप के जरिए स्वरोजगार के सृजन में इससे काफी मदद मिलेगी। साथ ही अभियंताओं के लिए भी यह अधिवेशन काफी महत्वपूर्ण होगी। बता दें कि राष्ट्र स्तर पर 16 समितियों में यूपी पीडब्ल्यूडी के अफसरों को सदस्य के रूप में चुना गया है।

-एजेंसी