क्लियरट्रिप प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने धोनी को बनाया अपना नया ब्राण्‍ड एम्‍बेसेडर

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‘‘क्लियरचॉइस’’ को करेंगे प्रोमोट

कंपनी की तरफ से जारी एक बयान के मुताबिक यह गठबंधन क्लियरट्रिप के लिये एक ऐतिहासिक उपलब्धि है क्‍योंकि कंपनी महेन्‍द्र सिंह धोनी के साथ मिलकर यात्रा के मामले में सही फैसले लेने की हिमायत कर रही है।

‘‘क्लियरचॉइस’’ के तहत ब्राण्‍ड का मकसद यात्रियों को आसानी से फैसले लेने के लिये प्रेरित करना है। साथ ही लोगों को बिना किसी परेशानी के यात्रा का शानदार अनुभव प्रदान करना है।

महेन्‍द्र सिंह धोनी को ‘कैप्‍टन कूल’ के नाम से भी जाना जाता है। उनके पास पारदर्शिता, आशावाद और स्‍पष्‍टता जैसे मूल्‍य हैं और इसलिये वह क्लियरट्रिप के स्‍वभाव के साथ बढि़या तरीके से मेल खाते हैं। इस भागीदारी के माध्‍यम से क्लियरट्रिप महेन्‍द्र सिंह धोनी की दुनियाभर में उस धाक का फायदा उठाना चाहता है, जो पीढि़यों और क्षेत्रों से इतर है। उल्लेखनीय है कि मीडिया में 42 वर्षीय धोनी की इस समय कुल संपत्ति 1040 करोड़ रुपये बताई जाती है।

क्या कहना है धोनी का

क्लियरट्रिप के ब्राण्‍ड एम्‍बेसेडर महेन्‍द्र सिंह धोनी ने कहा, ‘‘मैंने अपने पूरे करियर में विभिन्‍न महाद्वीपों की यात्रा की है और मैं सही मायने में एक ग्‍लोबट्रोटर रहा हूं। इस तरह मुझे सफर के लिये अपने प्‍यार का पता चला। कई साल बाद ऐसी स्थिति हो गई कि मुझे सफर करने का इंतजार होने लगा। और क्लियरट्रिप के साथ भागीदारी करने से ज्‍यादा रोमांचक मेरे लिये क्‍या हो सकता था क्‍योंकि यह ब्राण्‍ड सफर का आईना है।

यह सफर को मजेदार, यादगार और मायने रखने वाला बनाता है। मैं अपने करियर में रोजाना कड़े फैसले करता हूं लेकिन क्लियरट्रिप के साथ फैसले करना आसान और स्‍पष्‍ट होता है। पारदर्शिता के लिये उनकी प्रतिबद्धता फैसलों को आसान बनाती है और सभी को आत्‍मविश्‍वास के साथ अपने सपनों की यात्रा करने देती है।’’

इस गठबंधन पर बात करते हुए, क्लियरट्रिप के सीईओ अय्यप्‍पन आर. ने कहा, ‘‘हम क्लियरट्रिप परिवार में महेन्‍द्र सिंह धोनी का स्‍वागत करके उत्‍साहित हैं। वह एक श्रेष्‍ठ खिलाड़ी हैं, जिन्‍होंने एक पूरी पीढ़ी को प्रेरित किया है। वह अपने मूल्‍यों के कारण जाने जाते हैं और उन्‍हें अक्‍सर भरोसे और नेतृत्‍व की बेहतरीन कुशलताओं से जोड़कर देखा जाता है। उनके साथ अपनी भागीदारी के माध्‍यम से हम उम्‍मीद करते हैं कि लोग सफर के लिये अबाध तरीके से सही फैसले करने में सशक्‍त होंगे।

-एजेंसी