भारत और चीन की सेनाओं के बीच हाल ही में अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में हुई झड़प के बाद चीन के विदेश मंत्री ने एक बड़ा बयान दिया है। चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने बार फिर भारत के साथ एक बार फिर दोस्ती का राग अलापा है.
वांग यी ने कहा है कि भारत और चीन ने राजनयिक और सैन्य चैनलों के माध्यम से संचार बनाए रखा है। दोनों देश सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि हम चीन-भारत संबंधों के स्थिर और मजबूत विकास की दिशा में एकसाथ काम करने के लिए तैयार हैं। गलवान झड़प के बाद से ही भारत की ओर से LAC के पास कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए मोबाइल टॉवरों की संख्या में बढ़ोतरी की जा रही है।
सैन्य वार्ता के बाद चीन ने दिया बयान
चीनी विदेश मंत्री का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब भारत और चीन ने कोर कमांडर स्तर की 17वें दौर की वार्ता में दोनों देशों की ओर से सीमा पर शांति बनाए रखने का मुद्दा उठाया गया था। वार्ता के दौरान दोनों देशों ने पश्चिमी क्षेत्र में एलएसी पर जमीनी स्तर पर सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने पर सहमति जताई। यह बैठक 20 दिसंबर को चीनी क्षेत्र में चुशूल-मोल्दो सीमा मीटिंग प्वाइंट पर आयोजित हुई है।
9 दिसंबर को हुई थी तवांग में झड़प
चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि हम चीन-भारत संबंधों के स्थिर और मजबूत विकास की दिशा में भारत के साथ काम करना चाहते है। चीनी विदेश मंत्री का यह बयान अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच 9 दिसंबर को हुई झड़प की पृष्ठभूमि में आया है।
जयशंकर ने चीन को दी थी चेतावनी
आपको बता दें कि अरुणाचल प्रदेश के तवांग क्षेत्र की वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीनी सैनिकों में झड़प हो गई थी। इस दौरान भारतीय सेना के जवानों ने चीनी सैनिकों को खदेड़ दिया था। इस मामले पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में भी बयान दिया था। इसके बाद विपक्षी पार्टियों ने कई सवाल उठाए थे। बीते दिनों भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीन को चेतावनी देते हुए कहा था कि LAC पर एकतरफा बदलाव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
Compiled: up18 News