यूएन में बोला चीन, रूस और यूक्रेन को बातचीत के लिए प्रेरित करें

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संयुक्त राष्ट्र में उन्होंने चीन का पक्ष रखते हुए कहा कि यूक्रेन की मौजूदा स्थिति यूरोप में लंबे वक़्त से पनप रही सुरक्षा चिंताओं का नतीजा है

दोनों के बीच शांति के लिए बातचीत को लेकर उन्होंने कहा कि यूरोप की सुरक्षा चिंताओं के हल के लिए दोनों पक्षों को आपसी मतभेद भुलाकर बातचीत की मेज़ तक आना होगा. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि इसका रास्ता आसान नहीं होगा लेकिन अगर राजनीतिक इच्छाशक्ति और समझदारी से काम किया जाए तो शांति संभव है.

उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ख़ासकर मौजूदा स्थिति में अधिक प्रभाव रखने वाले देशों को चाहिए कि वो रूस और यूक्रेन को बातचीत के लिए प्रेरित करें और संकट का राजनीतिक हल तलाशने में मदद करे.

उन्होंने कहा कि प्रतिबंध बढ़ाने और हथियारों की आपूर्ति से स्थिति को बदलना मुश्किल होता जाएगा और इससे बड़े संघर्ष की संभावना भी बढ़ सकती है. इस कारण हालात बदतर बनाने और संघर्ष बढ़ाने की संभावना से बचने की हर संभव कोशिश की जानी चाहिए.

युद्ध में परमाणु हमले की आशंका को लेकर उन्होंने कहा कि यूक्रेन के ज़ापोरिज़िया परमाणु प्लांट के आसपास गोलीबारी रुकी नहीं है और ये सुरक्षा चिंता का बड़ा कारण बना हुआ है.

उन्होंने कहा कि प्लांट के सभी छह रिएक्टर बंद हो गए हैं. बीते साल दिसंबर में प्लांट के लिए आख़िरी बैकअप पावरलाइन को भी नुक़सान हुआ था और बीते सप्ताह ही प्लांट के लिए फिर से पावरलाइन को सुनिश्चित किया जा सका है.

ज़ांग जुन ने कहा कि इस तरह की घटना एक बार फिर नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि ऐसे सभी सैन्य अभियान तुरंत बंद किए जाने चाहिए जिनसे परमाणु प्लांट की सुरक्षा प्रभावित होती हो.

उन्होंने कहा कि यूक्रेन संकट एक बार फिर दुनिया को दोराहे पर ले आया है. चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा है कि हम उस जगह खड़े हैं जहां हमें ये फ़ैसला करना है कि क्या हम शीत युद्ध की सोच की तरफ़ लौटें और विभाजन और संघर्ष की तरफ बढ़ें या फिर मानवता की बेहतरी के लिए आगे बढ़ें और समानता, आपसी सम्मान की तरफ जाएं.

उन्होंने कहा कि यूक्रेन मामले में चीन निष्पक्ष रुख़ अपनाएगा और अपने तरीके से सकारात्मक कोशिशें करता रहेगा.

Compiled: up18 News