मथुरा: चन्द्रग्रहण 8 नवम्बर को, श्रीकृष्‍ण जन्मभूमि के दर्शन के समय में हुआ परिवर्तन

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इस संबंध में जानकारी देते हुऐ श्रीकृष्‍ण-जन्मस्थान सेवा-संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने बताया कि कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा (08 नवम्बर) मंगलवार को सभी मंदिर प्रातः 5 बजे मंगला आरती के साथ खुलेंगे। तदोपरान्त ठाकुरजी को माखन-मिश्री भोग, बाल-भोग एवं राजभोग अर्पित करने के पश्चात प्रातः 8 बजे सभी मंदिर के पट बन्द हो जायेंगे।

सांयकाल ग्रहण मोक्ष के पश्चात श्रीठाकुरजी को स्नान आदि के उपरान्त नूतन वस्त्र, आभूषण धारण कराये जायेंगे, तदोपरान्त सांय 7.30 बजे से ठाकुरजी के दर्शन भक्तों को पुनः प्राप्त होंगे। शयन आरती के उपरान्त मंदिर के पट रात्रि 9 बजे बन्द होंगे।

श्रीकृष्‍ण-जन्मभूमि के पवित्र परिसर में श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रातः 5 बजे से रात्रि 9 बजे तक निरन्तर बना रहेगा।  श्रद्धालुजन परिसर में भजन, कीर्तन, जाप, ध्यान कर सकेंगे।

इस अवसर पर प्रातः 10 बजे से जन्मभूमि के पवित्र लीलामंच पर सुन्दर भजन-गायन का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, जो ग्रहण मोक्ष सायं 6.18 बजे तक चलेगा। ब्रज के सुप्रसिद्ध गायक जगदीश ब्रजवासी दोपहर 2 बजे से सांय 6 बजे तक जन्मभूमि के लीलामंच पर सुन्दर भजन-गायन की प्रस्तुति देंगे तथा प्रातः 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक श्रीकृष्‍ण संकीर्तन मण्डल के रसिक भक्तजन भजन गायन करेंगे।
शास्त्रीय मान्यताओं एवं परंपराओं के अनुसार सूतककाल एवं ग्रहण के समय भगवन नाम संकीर्तन, भजन गायन, जप-तप आदि करना अति उत्तम बताया गया है।

-up18news