दिल्ली में चल रही इंडो-पैसेफिक आर्मी के प्रमुखों की कॉन्फ्रेंस में शिरकत करने आए कनाडा की सेना के डिप्टी कमांडर मेजर जनरल पीटर स्कॉट ने कहा है भारत-कनाडा के बीच चल रहा तनाव राजनीतिक मुद्दा है, उसके इतर हम दोनों देश एक दूसरे से सीखना जारी रखेंगे.
स्कॉट ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, “प्रधानमंत्री ट्रूडो ने संसद में जो भी कहा है मुझे उसकी पूरी जानकारी है. इस मामले पर स्वतंत्र जांच चल रही है, भारत से उस जांच में सहयोग देने की अपील की गई है लेकिन उसका सेना से कोई लेना-देना नहीं है. ये सेनाओं की साझेदारी है. दोनों देशों की सेनाएं एक-दूसरे से सीखने, एक साथ प्रशिक्षण और अभ्यास करने के अवसर तलाशने पर फोकस रखेंगी.”
इस कॉन्फ्रेंस में ही शामिल होने आए कनाडा के चीफ़ वारंट आफ़िसर जेम्स स्मिथ ने कहा है, “हमारे कमांडर ने भारत-कनाडा के राजनयिक संबंधों पर कोई टिप्पणी नहीं की है. मैं यहां सिर्फ सैन्य साझेदारी के लिए आया हूं और खुश हूं कि भारतीय सेना ने अच्छी मेजबानी की है.”
आर्मी चीफ़ कॉन्फ्रेंस में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है, “इंडो-पैसिफिक क्षेत्र को सुरक्षा की जटिल चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. जिसमें सीमा विवाद, समुद्री डकैती जैसी गतिविधियां शामिल हैं. इन चुनौतियों से व्यापक रूप से निपटने की ज़रुरत को देखते हुए इस क्षेत्र के देशों ने सभी स्तर पर साझेदारी बढ़ायी है जिसमें सेनाओं की साझेदारी भी शामिल है.”
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत पर आरोप लगाते हुए कहा है कि खालिस्तान समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारत के एजेंट शामिल हो सकते हैं.
भारत ने कनाडा के इन आरोपों को साफ़ ख़ारिज करते हुए इसे बेतुका और प्रेरित आरोप बताया है.
कनाडा ने इन आरोपों के बाद भारत के एक राजनायिक को निष्कासित कर दिया, इसके जवाब में भारत ने भी कनाडा के एक राजनयिक को निकाल दिया.
भारतीय विदेश मंत्रालय ने कनाडा स्थित वीज़ा सेंटर में काम कर रहे कर्मचारियों की सुरक्षा का हवाला देते हुए कनाडा में वीज़ा सेवा फिलहाल रोक दी है.
Compiled: up18 News