‘मैं प्रतिज्ञा लेती हूं कि अपने पति का साथ हर पल दूंगी’, यह शब्द थे विदेशी बहू इंग्लैंड की 26 वर्षीय महिला हेना हॉबिट के। शादी की सभी रस्मों के बाद नव दंपत्ति ने शपथ ली कि वे एक दूसरे का हर वक्त साथ देंगे और हर मुसीबत में खड़े रहेंगे।
हैना आगरा के गाड़े का नगला गांव के 28 वर्षीय युवक पालेंद्र सिंह के संपर्क में सोशल मीडिया ऐप के जरिए से आई। उसके बाद दोनों सोशल मीडिया एप पर धार्मिक ज्ञान को पॉडकास्ट के जरिए शेयर करते थे और एक दूसरे के धार्मिक ज्ञान की तरफ आकर्षित रहते थे।
पालेद्र सिंह आगरा की प्राइवेट कंपनी में सेल्स मैनेजर का कार्य करते हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना की पहली लहर के दौरान वह सोशल मीडिया एप पर अपने पॉडकास्ट शेयर किया करता था। उसी दौरान मैनचेस्टर की युवती हैना (नर्स) के संपर्क में आया। उसके बाद एक दूसरे के धर्म से जुड़े हुए विचार शेयर होते चले गए। फिर उसके बाद इंस्टाग्राम की आईडी और टेलीग्राम की आईडी भी शेयर की और बात आगे बढ़ती चली गई।
लड़के ने बताया कि 3 साल के अफेयर के बाद हम दोनों ने आपसी सहमति और दोनों परिवारों की सहमति के बाद यह निर्णय लिया कि अब शादी के बंधन में बंध जाएं। हैना और पालेद्र की शादी हिंदू रीति रिवाज के साथ बमरौली कटारा के गांव के गाड़े का नगला के श्री शक्ति मंदिर पर संपन्न हुई। मंदिर के महंत श्री विवेकानंद गिरी नाथ जी ने दोनों को आशीर्वाद दिया।
विदेशी युवती दुल्हन के रूप में लाल जोड़े में एक भारतीय नारी की तरह से लग रही थी। वह हर रीति रिवाज को बारीकियों से समझकर करने की कोशिश कर रही थी। नव दंपत्ति ने शनिवार रात एक मंदिर पर सात फेरे लिए और अब वह कोर्ट में भी अपनी शादी रजिस्टर करवाएंगे।
हैना ने बताया कि उसको भारतीय रीति रिवाज बहुत अच्छे लगते हैं और वह उनसे प्रभावित है। शादी के बाद वह धीरे धीरे हिंदी सीखने की कोशिश करेगी और भारतीय परिवार के परिवेश में ढलने की कोशिश करेगी।
हैना ने बताया इंग्लैंड के माहौल और यहां गांव के माहौल में बहुत अंतर है। पर वह हर परिस्थिति में ढलने की कोशिश करेगी और जरूरत पड़ने पर हर कार्य में अपने पति और परिवार वालों को सहयोग करेगी। उसको नई चीजें सीखना अच्छा लगता है और वह हर परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार है। उसने बताया कि अगर वह गांव में रहती है तो जरूरत पड़ने पर वह गाय का गोबर और दूध भी निकालना सीखेगी।
लड़के के परिवार में एक बड़ा भाई छोटी बहन और मां बाप हैं। पिता किसान है तथा मां एक ग्रहणी है। बड़ा भाई पोलैंड में नौकरी करता है तथा छोटी बहन अभी पढ़ रही है।
मां सुभद्रा देवी ने बताया दोनों बच्चों के निर्णय से वह खुश हैं और विदेशी बहू उनका बहुत सम्मान करती है और हर पल ख्याल रखती है। उसको हिंदी नहीं आती पर फिर भी वह सारी बातों को समझने की कोशिश करती है और भारतीय परिवेश में रहने की भी कोशिश करती है।
शादी में मौजूद गांव के सदस्य सोनिया राना और पिंकी राणा ने बताया के उनको अच्छा लग रहा है शादी में रहकर। यह शादी उनके लिए एक कौतूहल है क्योंकि अभी तक उन्होंने भारतीय दुल्हन को फिर देखा था पर आज गांव में विदेशी दुल्हन भी आई है।
पंडित जी विपिन शर्मा ने दंपत्ति को आशीर्वाद दिया और शादी विधि विधान से संपूर्ण करवाई। पंडित जी ने विदेशी बहू को सात वचन इंग्लिश में समझाएं जिससे कि वह हिंदू रीति रिवाज को जान सके।