कांग्रेस-AAP के खिलाफ चांदनी चौक से अक्षय कुमार को चुनाव लड़ा सकती है बीजेपी

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चांदनी चौक सीट को लेकर बीजेपी में कैसी चर्चा

AAP-कांग्रेस का गठबंधन होने के बाद निश्चित रूप से दिल्ली में बीजेपी के उम्मीदवार चयन का पैमाना बदलेगा। क्योंकि मुकाबला अब आमने-सामने वाला होगा और 2019 की तरह त्रिकोणीय मुकाबला नहीं होगा। चांदनी चौक टु चाइना के हीरो अक्षय कुमार मुंबई जाने से पहले अपने बचपन के दिन यहीं दिल्ली में बिताए थे। हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि वह अपने परिवार के 24 सदस्यों के साथ चांदनी चौक के एक छोटे से घर में रहते थे।

पीएम मोदी की योजनाओं का समर्थन करने वाली फिल्में बनाने के लिए कई बार अक्षय कुमार को आलोचना का सामना भी करना पड़ा था। अब उनके नाम की चर्चा शुरू है। बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने 2014 और 2019 में दो बार यह सीट जीती है। यह सीट 2004 और 2009 में पूर्व कांग्रेस नेता और केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने जीती थी।

इंडी गठबंधन के भीतर कांग्रेस के खाते में चांदनी चौक

कांग्रेस के हिस्से में गठबंधन के तहत दिल्ली की जो 3 सीटें आई हैं उसमें एक चांदनी चौक की सीट भी है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के साथ आने से गठबंधन के उम्मीदवार की ताकत बढ़ेगी। कांग्रेस इस सीट पर खासा फोकस कर रही है और आम आदमी पार्टी की और से नामों के ऐलान के बाद वह भी दिल्ली की तीन सीटों पर जल्द उम्मीदवारों का ऐलान करने वाली है।

चांदनी चौक सीट से कांग्रेस के भीतर तीन-तीन दावेदारों के नाम प्रमुख हैं। पिछला चुनाव लड़ चुके जेपी अग्रवाल के साथ ही दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे और पूर्व सांसद संदीप दीक्षित भी यहां से दावेदारी ठोक रहे हैं। इसके अलावा इस सीट पर अलका लांबा के नाम की भी चर्चा हो रही है। कांग्रेस पार्टी जल्द यहां से उम्मीदवार की घोषणा कर सकती है।

-एजेंसी