मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में ऑनलाइन ऐप के जाल में फंस साइबर धोखाधड़ी के शिकार बने एक दंपती ने अपने दो बेटों को जहर देकर मार डाला, फिर आत्महत्या कर ली । गुरुवार को दंपती के शव घर में फांसी के फंदे पर लटके मिले। दोनों बेटों को जहर देने की आशंका है। पुलिस को मौके से चार पेज का सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें कर्ज का जिक्र है।
आनलाइन जाब करके परिवार को सुविधाएं देने की चाह से शुरू हुए सफर का अंत पूरे परिवार की तबाही पर आकर खत्म हुआ। जिस कंपनी के लिए काम शुरू किया, उसने फायदे का लालच देकर पहले आनलाइन लोन दिलवाकर कर्जदार बनाया। इसके बाद और पैसों की मांग की। मना करने पर जिंदगी भर की बचत छीनते हुए निजी फोटो सार्वजनिक कर ब्लैकमेलिंग शुरू कर दी। कंपनी का मुखौटा ओढ़े साइबर अपराधी परिवार का पीछा छोड़ने के लिए 17 लाख रुपये मांग रहे थे। कर्ज और संपादित निजी तस्वीरें बहुप्रसारित होने से हताश दंपती ने पहले अपने दो बच्चों को जहर देकर मार दिया, फिर खुद एक ही दुपट्टे से फांसी के फंदे पर झूल गए। यह हृदय विदारक घटना गुरुवार तड़के भोपाल के रातीबड़ स्थित शिव विहार कालोनी में हुई।
रातीबड़ की शिव विहार कॉलोनी में रहने वाले भूपेंद्र विश्वकर्मा (38) कोलंबिया बेस्ड एक कंपनी में ऑनलाइन जॉब करते थे। भूपेंद्र पर काम का प्रेशर और लोन था। कंपनी ने उनका लैपटॉप हैक कर उसमें मिले कॉन्टेक्ट पर एडिटेड अश्लील वीडियो वायरल कर दिए थे। इससे परेशान भूपेंद्र ने अपनी पत्नी रितु (35) के साथ सुसाइड कर लिया। इससे पहले दो बेटों ऋतुराज (3) और ऋषिराज (9) को जहर दिया।
इस मामले में जांच के लिए भोपाल पुलिस ने एसआईटी बनाई गई है। 5 सदस्यीय एसआईटी में एडीशनल डीसीपी जोन – 1, एसीपी टीटी नगर , टीआई रातीबढ़ , टीआई टीटीनगर और सायबर क्राइम टीम के दो पुलिस अफसरों को शामिल किया गया है।
भूपेंद्र के बड़े भाई नरेंद्र विश्वकर्मा ने बताया कि उसने दोनों बच्चों और पत्नी के साथ देर रात सेल्फी कैप्चर की थी। कोल्ड ड्रिंक (माजा) में सल्फास मिलाकर दोनों बच्चों को पिला दिया। इसके बाद भूपेंद्र और उसकी पत्नी रितु, बच्चों के पास ही बैठे रहे। जब उन्हें दोनों बच्चों की मौत होने की पुष्टि हो गई, तो भूपेंद्र ने दो दुपट्टे को आपस में बांधकर फंदा बनाया और एक साथ फांसी लगाकर जान दे दी। नरेंद्र विश्वकर्मा ने बताया कि भूपेंद्र के घर से सल्फास के छह पैकेट मिले हैं।
भूपेंद्र विश्वकर्मा ने गुरुवार तड़के 4 बजे अपनी भतीजी रिंकी विश्वकर्मा को वॉट्सऐप पर सुसाइड नोट भेजा था। साथ ही पत्नी और दोनों बच्चों के साथ सेल्फी खींचकर भी भेजी। इस फोटो का कैप्शन लिखा- यह मेरी आखिरी फोटो है। आज के बाद हम कभी नहीं दिखेंगे। इन फोटो और सुसाइड नोट को रिंकी ने सुबह 6 बजे देखा और परिजनों को सूचना दी। रिंकी, मंडीदीप स्थित एक धागा फैक्टरी में काम करती हैं।
बताया, भूपेंद्र बड़े पिता के बेटे थे। उनके साथ साइबर फ्राड हुआ है। उनका मोबाइल और कंपनी से मिला लैपटॉप हैक कर लिया गया। मोबाइल में उनके जितने भी कॉन्टैक्ट नंबर थे, उन पर उनके एडिटेड अश्लील वीडियो और फोटो वायरल कर दिए गए थे। धमकी देकर पैसों की डिमांड कर रहे थे। भैया ने 4 से 5 दिन पहले वॉट्सऐप स्टेटस भी डाला था कि मेरे द्वारा ये मैसेज नहीं किया जा रहा है। आप इसे इग्नोर करें।
दो तीन दिन पहले हमारी बात हुई। वे परेशान हो चुके थे। उनसे 17 लाख की डिमांड की गई। कहते थे कि इतने पैसे कहां से दूंगा। भैया ने बताया था कि उन्होंने तीनों बैंक अकाउंट खाली कर दिए। पूरा पैसा निकाल लिया। 7-8 जुलाई को भोपाल साइबर सेल में शिकायत करने गए थे। साइबर सेल की ओर से उनका सिम और मोबाइल भी शायद एक्सचेंज करा दिया गया था।
-एजेंसी