फिनटेक प्लेटफॉर्म भारतपे (BharatPe) और कंपनी के पूर्व सीईओ अशनीर ग्रोवर के बीच का विवाद कोर्ट में चल रहा है। 88.6 करोड़ के विवाद मामले में खबर आई कि दोनों के बीत कोर्ट के बाहर समझौता हो सकता है, लेकिन भारतपे की ओर से अब इस पर सफाई आ गई है। भारतपे ने साफ किया है कि कंपनी और अशनीर ग्रोवर के बीच कोई समझौता वार्ता नहीं चल रही है।
आपको बता दें कि भारतपे ने अशनीर ग्रोवर, उनकी पत्नी और उनके परिवार के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में 88.6 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामले में याचिका दायर की थी। ये मामला अब भी चल रहा है। कंपनी ने कहा कि भारतपे और ग्रोवर या उनके परिवार के बीच किसी तरह के समझौते का सुझाव देने वाली रिपोर्ट निराधार और असत्य है।
अशनीर ग्रोवर व उनकी पत्नी और परिवार पर दिसंबर 2022 में धोखाधड़ी, धन की हेराफेरी, जालसाजी, दस्तावेज निर्माण और गबन जैसे कई गंभीर आरोप लगाते हुए भारतपे ने मामला दर्ज करवाया था। अब इस मामले में कंपनी ने अपना जवाब दे दिया है। फिनटेक प्लेटफॉर्म भारतपे ने कहा कि कंपनी और उसके पूर्व संस्थापक और प्रबंध निदेशक अशनीर ग्रोवर के बीच कोई समझौता वार्ता नहीं चल रही है। कंपनी ने आईएएनएस को दिए एक बयान में कहा कि भारतपे और मिस्टर ग्रोवर या उनके परिवार के बीच किसी तरह के समझौते का सुझाव देने वाली रिपोर्ट पूरी तरह निराधार और असत्य है।
भारतपे ने ग्रोवर और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय में दीवानी मुकदमे के माध्यम से कानूनी कार्यवाही शुरू की और दिसंबर 2022 में धोखाधड़ी, धन की हेराफेरी, विश्वास का आपराधिक उल्लंघन, जालसाजी, दस्तावेज निर्माण और गबन के लिए आर्थिक अपराध शाखा के साथ आपराधिक शिकायत की शिकायत की।
भारतपे ने कहा, हमें देश की न्यायिक और कानूनी व्यवस्था पर पूरा भरोसा है। दिल्ली उच्च न्यायालय ने पहले ग्रोवर और उनकी पत्नी माधुरी जैन ग्रोवर को कंपनी द्वारा दायर एक मुकदमे पर समन जारी किया था, जिसमें फिनटेक फर्म के खिलाफ मानहानिपूर्ण बयान देने से रोकने की मांग की गई थी, जिसमें दंपति पर धन की हेराफेरी का आरोप लगाया गया था।
Compiled: up18 News