ऋद्धिमान साहा के इंटरव्यू से उपजे विवाद की पूरी जांच कराएगा BCCI

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सीनियर विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा के हाल ही में दिए गए इंटरव्यू के बाद विवाद शुरू हुआ था। इसके बाद उनका एक पत्रकार द्वारा भेजा ‘अपमानजनक’ वॉट्सऐप मेसेज सार्वजनिक होने के बाद इस विवाद में इजाफा हुआ। अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड BCCI इस पूरे मामले की जांच करवाना चाहता है।

एक महत्वपूर्ण सूत्र के अनुसार ‘इस मसले को यूं ही नहीं छोड़ा जा सकता जब तक इंटरव्यू में साहा की कही गई बात और ट्वीट से जुड़े हर पहलू की पूरी जांच नहीं हो जाती।’

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) इस मामले की गहराई से जांच कर यह जानना चाहता है कि कहीं किसी अन्य क्रिकेटर को तो इस तरह के अनुभव से नहीं गुजरना पड़ा। इस मामले को करीब से देख रहे अधिकारियों ने कहा, ‘साहा बीसीसीआई के एक अनुबंधित खिलाड़ी हैं। यह बोर्ड की जिम्मेदारी हैं कि उनके खिलाड़ियों को नीचा न देखना पड़े। इस बात को न भी देखें तो यह भी समझना जरूरी है कि क्या किसी तरह का कोई गिरोह काम कर रहा है, इस पर भी नजर रखनी जरूरी है।’

रविवार को ईएसपीएनक्रिकइंफो को दिए इंटरव्यू में साहा ने कहा, ‘सबसे हैरानी की बात यह है कि जब मैंने न्यूजीलैंड के खिलाफ कानपुर में चोटिल होने के बावजूद 61 रन की पारी खेली थी तब दादी (बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली को इसी नाम से जाना जाता है) ने मुझे मेसेज करके बधाई दी और कहा कि जब तक वह यहां हैं, तब तक मुझे चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। इस सीरीज के फौरन बाद मुझे जो कहा गया वह मेरे लिए किसी झटके से कम नहीं था।’
BCCI के अधिकारी अब यह भी जानना चाहते हैं कि आखिर गांगुली ने किस अधिकार से साहा को यह आश्वासन दिया था।

अधिकारी ने कहा, ‘राहुल द्रविड़ की बात समझी जा सकती है। वह राष्ट्रीय टीम के कोच हैं और वह शायद अपने खिलाड़ियों को जानकारी में रख सकते हैं। यह कोच और खिलाड़ियों के बीच की बात है। बीसीसीआई के एक अधिकारी को साहा से बात करने की क्या जरूरत थी। और उसने किस अधिकार से साहा को राष्ट्रीय टीम में जगह पक्की करवाने का आश्वासन दिया? ‘मुझे चिंता करने की जरूरत नहीं, जब तक वह वहां हैं’, कितनी गलत बात है यह।’

इस बीच गांगुली की वह तस्वीर भी वायरल हो रही थी जिसमें वह सलेक्शन कमेटी की बैठक में शामिल हुए थे। इस फोटो पर भी खूब विवाद हुआ था।

मामले को करीब से देख रहे सूत्रों का कहना है- ‘पहले विराट का विवाद हुआ, इसके बाद यह सब। इसके बाद साहा ने किसी पत्रकार ने मिले मेसेज का स्क्रीनशॉट साझा किया। यह सब क्या बवाल हो रहा है? बोर्ड को अब एक्शन लेना होगा क्योंकि अब काफी हो गया।’

स्क्रीनशॉट में लिखा था- ‘उन्होंने वह एक विकेटकीपर चुना, जो सर्वश्रेष्ठ था। तुमने 11 पत्रकार चुना, जो मेरे हिसाब से सर्वश्रेष्ठ नहीं थे। उसे चुनो जो तुम्हें सबसे ज्यादा मदद कर सके।’

इस स्क्रीनशॉट में आगे था, ‘तुमने फोन नहीं किया। मैं दोबारा तुम्हारा कभी इंटरव्यू नहीं लूंगा। इस अपमान को हल्के में नहीं लूंगा। और मैं इसे याद रखूंगा। तुम्हें यह सब नहीं करना चाहिए था।’

कई सीनियर क्रिकेटर्स जैसे वीरेंद्र सहवाग, हरभजन सिंह, आरपी सिंह, आकाश चोपड़ा और यहां तक टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने भी साहा का सपोर्ट किया है। उन्होंने अनुरोध किया है कि इस पत्रकार का नाम सामने आना चाहिए।

रवि शास्त्री ने ट्वीट किया, ‘यह हैरान करने वाली बात है कि एक पत्रकार यूं धमका रहा है। खुले आम यूं धमकी। टीम इंडिया के साथ यह नियमित तौर पर हो रहा है। अब वक्त आ गया है कि बीसीसीआई अध्यक्ष इस मामले में दखल दें। इस व्यक्ति का पता लगाएं यह हर क्रिकेटर के हित में है। यह पूरी तरह से टीम मैन ऋद्धिमान साहा की ओर से लगा गंभीर आरोप है।’

हरभजन सिंह ने ट्वीट किया, ‘ऋद्धि तुम बस उस इंसान का नाम बताओ ताकि क्रिकेट जगत को पता चले कि कौन इस तरह काम करता है। वर्ना अच्छे पत्रकार भी संदेह के घेरे में आ जाएंगे। यह किस तरह की पत्रकारिता है।’

एक अधिकारी ने कहा कि BCCI साहा से बात करेगी और उनसे वॉट्सऐप मेसेज साझा करने के लिए कहेगी ताकि इसकी फॉरेंसिक जांच हो सके। अधिकारी ने कहा, ‘यह इन मेसेज को भेजने वाला भारतीय क्रिकेट को कवर करने वाला कोई पत्रकार है तो बोर्ड उसे बैन करने का कोई कदम उठाएगा।’

उस अधिकारी ने आगे कहा कि बोर्ड की बड़ी चिंता यह है कि भी देखना है कि क्या कोई अन्य खिलाड़ी भी इस तरह के दौर से गुजरा है।

-एजेंसियां