देश के जाने-माने इंडस्ट्रियलिस्ट और बजाज ग्रुप के पूर्व चेयरमैन राहुल बजाज का आज पुणे में निधन हो गया। वे 83 साल के थे। बजाज लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थे।
Shri Rahul Bajaj Ji will be remembered for his noteworthy contributions to the world of commerce and industry. Beyond business, he was passionate about community service and was a great conversationalist. Pained by his demise. Condolences to his family and friends. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 12, 2022
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर के श्रद्धांजलि दी “श्री राहुल बजाज जी को वाणिज्य और उद्योग जगत में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए याद किया जाएगा। व्यवसाय से परे, वह सामुदायिक सेवा के प्रति उत्साही थे और एक महान संवादी थे। उनके निधन से आहत हूं। उसके परिवार तथा मित्रों के लिए संवेदनाएं। ॐ शांति।”
Rahul Bajaj’s passing is a big loss to India. We have lost a visionary whose courage made us proud.
My love and condolences to his family and loved ones. pic.twitter.com/SnWJpYDV85
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 12, 2022
राहुल गाँधी ने ट्वीट करके शोक जताया “राहुल बजाज का जाना भारत के लिए एक बड़ी क्षति है। हमने एक दूरदर्शी को खो दिया है जिसके साहस ने हमें गौरवान्वित किया। मेरा प्यार और उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति संवेदना।”
उन्होंने आज दोपहर 2:30 बजे अंतिम सांस ली। बजाज ग्रुप में इस पर अपना बयान जारी करते हुए लिखा कि ” हमें बेहद ही दुख के साथ ये कहना पड़ रहा है कि “स्वर्गीय रूपा बजाज के पति और राजीव/दीपा, संजीव/शेफ़ाली और सुनैना/मनीष के पिता श्री राहुल बजाज का निधन हो गया है। उन्होंने 12 फरवरी 2022 को अपने परिवार और करीबी संबंधियों की उपस्थिति में अंतिम सांस ली।
RIP Sir. Thank you for giving us ‘Hamara Bajaj’.
You will remain an institution for us. #RahulBajaj https://t.co/XGaonlrzo1— Sayema (@_sayema) February 12, 2022
राहुल बजाज को निमोनिया था और दिल की भी समस्या थी। रूबी हॉल क्लिनिक के मैनेजिंग ट्रस्टी डॉ पुरवेज ग्रांट ने कहा कि वह पिछले एक महीने से अस्पताल में भर्ती थे। उनकी हालत में बेहतरी की कोशिश की जा रही थी लेकिन आज सारी कोशिशें नाकाम साबित हुई।
RIP Rahul Bajaj sir! #RahulBajaj pic.twitter.com/K8npJ5RLXY
— Satish Acharya (@satishacharya) February 12, 2022
राहुल बजाज ने पिछले साल अप्रैल में ही अपनी तबीयत का हवाला देते हुए बजाज ग्रुप के अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दिया था। इसके बाद उन उनके चचेरे भाई नीरज बजाज कंपनी का कारोबार संभाल रहे हैं।
Saddened by the passing of #RahulBajaj, industrialist & outspoken titan: https://t.co/YiUUQJnt0F
I had spoken alongside him at a number of forums in the last two decades, from #Davos to #CII. His blunt candour, robust common sense &vigorous advocacy never failed2impress. OmShanti pic.twitter.com/7rvWmNdZ7i— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) February 12, 2022
बजाज का जन्म 10 जून, 1938 को कोलकाता में मारवाड़ी बिजनेसमैन कमलनयन बजाज और सावित्री बजाज के घर हुआ था। बजाज और नेहरू परिवार में तीन जनरेशन से फैमिली फ्रैंडशिप चली आ रही थी। राहुल के पिता कमलनयन और इंदिरा गांधी कुछ समय एक ही स्कूल में पढ़े थे।
Saddened by the passing away of renowned industrialist & one of the longest serving chairman in corporate India, Padma Bhushan Shri Rahul Bajaj ji. He is credited with making brand Bajaj a household name. My heartfelt condolences to his family members. Om Shanti 🙏🏻#RahulBajaj pic.twitter.com/9dfSvk9Vmo
— Praful Patel (@praful_patel) February 12, 2022
राहुल बजाज ने 1965 में बजाज ग्रुप की जिम्मेदारी संभाली थी। उनकी अगुआई में बजाज ऑटो का टर्नओवर 7.2 करोड़ से 12 हजार करोड़ तक पहुंच गया और यह स्कूटर बेचने वाली देश की अग्रणी कंपनी बन गई। 2005 में राहुल ने बेटे राजीव को कंपनी की कमान सौंपनी शुरू की थी। तब उन्होंने राजीव को बजाज ऑटो का मैनेजिंग डायरेक्टर बनाया था, जिसके बाद ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में कंपनी के प्रोडक्ट की मांग न सिर्फ घरेलू बाजार में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी बढ़ गई।
Anguished to learn about the demise of one of India’s most illustrious business leaders, veteran industrialist and Padma Bhushan awardee Shri Rahul Bajaj Ji.
My heartfelt condolences to his bereaved family members and friends in this hour of grief. Om Shanti🙏🏻#RahulBajaj pic.twitter.com/CGmePLERFk
— Dr Sudhakar K (Modi ka Parivar) (@DrSudhakar_) February 12, 2022
-एजेंसी