यूपी के कानपुर जिले में सोमवार तड़के आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर एक बड़ा हादसा हुआ है। यहां पर दिल्ली से गोंडा जा रही एक प्राइवेट बस को पीछे से तेज रफ्तार दूसरी बस ने जोरदार टक्कर मार दी। जिसके बाद सामने वाली बस बेकाबू होकर पलट गई। जिसके बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई, बस में फंसे यात्रियों को पुलिस और स्थानीय लोगों ने रेस्क्यू कर बाहर निकाला।
जानकारी के अनुसार, यह हादसा सुबह करीब 4:15 बजे कानपुर के पास मकनपुर क्षेत्र में हुआ. दिल्ली से चलकर गोंडा जा रही एक प्राइवेट स्लीपर बस में लगभग 40 यात्री सवार थे. तभी पीछे से आ रही एक और तेज रफ्तार स्लीपर बस जो सिद्धार्थ नगर जा रही थी, ने जोरदार टक्कर मार दी. टक्कर इतनी तेज थी कि आगे चल रही बस सड़क पर पलट गई.
पुलिस के मुताबिक पीछे वाली बस के ड्राइवर को झपकी आ गई थी, इसी वजह से उसने बस पर कंट्रोल खो दिया और टक्कर हो गई. हादसे के बाद दोनों बसों के ड्राइवर घटना स्थल से भाग गए.
हादसे के तुरंत बाद यूपीडा के सुरक्षाकर्मी और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची. दोनों बसों से घायलों को बाहर निकाला गया और करीब 15 एंबुलेंस की मदद से घायलों को मकनपुर सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) भेजा गया. प्राथमिक उपचार के बाद 15 यात्रियों को कानपुर के एलएलआर अस्पताल रेफर किया गया.
घायलों में महिलाओं के साथ-साथ बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हैं. दो यात्रियों की हालत गंभीर है और उन्हें ICU में भर्ती किया गया है. कई घायलों को मामूली चोटें आई हैं, जिन्हें मौके से ही दूसरी बसों से गंतव्य के लिए रवाना कर दिया गया.
घायलों के नाम:
रूबी सिंह (38), पप्पी सिंह (38), अलका सिंह (32), आंशी सिंह (17), शगुन सिंह (16), रूही (6)
दिलीप सिंह (28), अजय यादव (28), राजेश कुमार (47), दुर्गेश (30), जीदालाल (50), रूही सिंह (12)
हेमलता सिंह (22), संत कुमार (44), मनमोहन (35), अभय प्रताप सिंह (32), रामनेवल (52), अनिल (18)
इंद्रजीत (52), मोहम्मद सैफ (24), केशव (45), अनंत राम (18), शिवपूजन (33), बलराम चौहान (41), वीरेंद्र कुमार (42), रघुनाथ (60)
अरौल थाने के इंस्पेक्टर जनार्दन सिंह यादव ने बताया कि दोनों बसों में करीब-करीब 40-40 यात्री सवार थे. झपकी लगने की वजह से ही यह बड़ा हादसा हुआ है. पुलिस ड्राइवरों की तलाश कर रही है और पूरी जांच जारी है. यह हादसा हमें एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करता है कि लंबी दूरी तय करने वाले ड्राइवरों को पर्याप्त आराम मिलना कितना ज़रूरी है. थोड़ी सी लापरवाही, दर्जनों जिंदगियों को खतरे में डाल सकती है.
-साभार सहित