ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा घुटने की चोट के कारण एशिया कप के बचे हुए मैचों से बाहर हो गए हैं। टीम में उनकी जगह अक्षर पटेल लेंगे। बीसीसीआई ने शुक्रवार को बताया कि जडेजा को दाएं पैर के घुटने में चोट लगी है। वह इस समय बोर्ड की मेडिकल टीम की देखरेख में हैं। अक्षर को ‘स्टैंडबाय’ खिलाड़ियों में चुना गया था और वह जल्द ही दुबई में भारतीय टीम से जुड़ेंगे। जडेजा के बाहर होने के बाद अब भारतीय टीम मैनेजमेंट को एशिया कप के बाकी बचे मैचों के लिए अपनी रणनीति पर नए सिरे से विचार करना होगा।
X फैक्टर ही बदल गया
रविंद्र जडेजा बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं और शायद इसी वजह से उन्हें रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ ने बैटिंग में प्रमोट किया था। टीम इंडिया के पास बाएं हाथ के बल्लेबाज के रूप में ऋषभ पंत तो हैं लेकिन क्या उन्हें प्लेइंग इलेवन में रखा जाएगा? अगर रखा जाता भी है तो क्यों उन्हें नंबर-4 पर उतारा जाएगा? इस तरह के कई सवाल उठ खड़े हुए हैं, जो रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ को टेंशन दे रहे होंगे। जडेजा की जगह टीम में शामिल हुए अक्षर भी बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं, लेकिन वह अधिकतर लोअर ऑर्डर में उतरते हैं। क्या उन पर भारत दांव खेलेगा?
2022 में टी20 इंटरनैशनल में प्रदर्शन
रविंद्र जडेजा: मैच 9, रन 201, स्ट्राइक रेट 141.54, विकेट 5, इकॉनमी 7.40
अक्षर पटेल: मैच 10, रन 69, स्ट्राइक रेट 153.33, विकेट 8, इकॉनमी 8.69
चार पर मिला था भरोसा, अब क्या होगा?
भारतीय टीम मैनेजमेंट ने जडेजा को पाकिस्तान के खिलाफ नंबर चार पर उतारा था। यह फैसला एक तरह से ‘मास्टरस्ट्रोक’ साबित हुआ। पाकिस्तान पर करीबी मुकाबले में रोमांचक जीत के दौरान उन्होंने 29 गेंद में 35 रन बनाए थे। ओपनर केएल राहुल और कप्तान रोहित शर्मा के क्रमश: 0 और 12 रन पर आउट होने के बाद जडेजा क्रीज पर उतरे थे।
हार्दिक के साथ बने थे हीरो, अब उन पर भी होगा असर
उन्होंने प्लेयर ऑफ द मैच हार्दिक पंड्या (33*) के साथ पांचवें विकेट के लिए 52 रन की अहम साझेदारी करके भारत को लक्ष्य तक पहुंचाने में भूमिका निभाई। जडेजा ने मैच के बाद कहा कि वह उस पोजिशन के लिए मानसिक रूप से तैयार थे। जडेजा ने तब कहा था, ‘मैं टॉप-सात में बाएं हाथ का अकेला बल्लेबाज था। कभी-कभी जब बाएं हाथ के स्पिनर और लेग स्पिनर बॉलिंग कर रहे होते हैं तो बाएं हाथ के बैटर के लिए जोखिम लेना आसान होता है।’
बैटिंग ऑर्डर में बदलाव संभव
जडेजा को हॉन्ग कॉन्ग के खिलाफ बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला था लेकिन उन्होंने कसी हुई गेंदबाजी की थी और अपने चार ओवर्स में महज 15 रन देकर एक विकेट झटका था। उन्होंने फील्डिंग के समय कुछ मौकों पर अपने सटीक थ्रो से भी मैच का रुख बदला है। उधर, अक्षर हाल में जिंबाब्वे में वनडे में खेले थे। वह वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के दौरे पर भी टीम का हिस्सा थे। जडेजा के बाहर होने से हेड कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित को बैटिंग ऑर्डर पर भी नए सिरे से सोचना होगा। इस बात की कम संभावना है कि अक्षर को नंबर चार या पांच पर उतारा जाए। अक्षर सातवें या आठवें नंबर पर आकर बाकी बचे कुछ गेंदों पर तेज प्रहार करने में माहिर हैं।
अहम मुकाबले बाकी
भारतीय टीम प्रबंधन जडेजा के जल्द उबरने की उम्मीद लगाएगा क्योंकि अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में टी20 वर्ल्ड कप खेला जाएगा। हालांकि, उसके पहले उसे एशिया कप में सुपर-4 के महत्वपूर्ण मुकाबले खेलने हैं। इनमें से एक पाकिस्तान के खिलाफ भी संभव है।
खिताब तक का सफर तय करने से पहले टीम को सोचना होगा कि यूएई की पिचों पर स्पिन बॉलिंग के मोर्चे पर जडेजा की जगह अनुभवी रविचंद्रन अश्विन को उतारें या फिर युवा रवि बिश्नोई पर भरोसा करें। हालांकि, ये दोनों बैटिंग में जडेजा जैसा भरोसा नहीं दे पाएंगे। वैसे नंबर चार के लिए दीपक हूडा का भी विकल्प है। मगर, बॉलिंग में वह जडेजा की तरह ही असरदार होंगे, यह कहा नहीं जा सकता।
-एजेंसी