प्रवर्तन निदेशालय ED के अधिकारी स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) भर्ती घोटाला मामले की जांच के सिलसिले में पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री और टीएमसी नेता पार्थ चटर्जी से उनके घर पर पूछताछ करने पहुंचे। ईडी के अधिकारी केन्द्रीय सुरक्षा बलों की सुरक्षा के बीच पार्थ चटर्जी के घर पर उनसे पूछताछ करने पहुंचे। शुक्रवार सुबह करीब 8 बजे ईडी के अधिकारी मंत्री से पूछताछ करने पहुंचे।
आशंका जताई जा रही है कि एसएससी के माध्यम से शिक्षकों की नियुक्ति के लिए करोड़ों रुपये का लेन-देन किया गया है। मामले में कई प्रभावशाली लोगों को नामजद किया गया है। जब यह घोटाला हुआ था, उस समय पार्थ चटर्जी शिक्षा मंत्री थे। हालांकि वर्तमान में वह उद्योग मंत्री हैं। ईडी की टीम ने पार्थ चटर्जी के अलावा बंगाल सरकार में शिक्षा राज्यमंत्री परेश चन्द्र अधिकारी के आवास पर भी छापा मारा है।
कलकत्ता उच्च न्यायालय ने पहले पाया था कि पार्थ चटर्जी द्वारा अनुमोदित एक उच्चाधिकार प्राप्त पर्यवेक्षी समिति कथित घोटाले की “जड़ थी। उच्च न्यायालय ने सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया की सीबीआई जांच का आदेश दिया था।
अदालत ने सीबीआई को भर्ती प्रक्रिया की निगरानी के लिए बनी समिति के सदस्यों के कामकाज की जांच करने का निर्देश दिया था। अदालत ने सीबीआई निदेशक को संयुक्त निदेशक स्तर के एक अधिकारी के नेतृत्व में एक जांच समिति गठित करने को कहा था।
टीएमसी नेता पार्थ चटर्जी दो बार पूछताछ के लिए सीबीआई के सामने 18 मई और फिर 25 मई को पेश हो चुके हैं। इंडिया टुडे के सूत्रों के मुताबिक उनसे एसएससी सलाहकार समिति के गठन के पीछे का कारण और उस पर किसका नियंत्रण था, इसके बारे में पूछा गया। मंत्री पार्थ चटर्जी ने कथित तौर पर पूछताछ के दौरान सीबीआई को सूचित किया था कि उन्होंने समिति बनाई थी लेकिन उस पर उनका कोई नियंत्रण नहीं था।
-एजेंसी