भारतीय सेना के एक हेलीकॉप्टर के क्रैश होने की जानकारी सामने आई है। हादसे के बाद पायलट की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। यह हादसा अरुणाचल प्रदेश में हुआ। सेना के हवाले से न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने हादसे की जानकारी दी है।
एजेंसी ने बताया कि भारतीय सेना का चीता हेलीकॉप्टर अरुणाचल प्रदेश के मंडला पहाड़ी इलाके में क्रैश हो गया। हादसे की सूचना मिलने के बाद सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर पायलटों की तलाश शुरू कर दी गई है।
हेलीकॉप्टर पर कितने लोग सवार थे, सवार जवान कहां के रहने वाले थे जैसे कई सवालों के जवाब अभी सामने नहीं आए हैं। हादसे के बारे में अभी विस्तृत जानकारी का इंतजार है। सेना के जवान घटनास्थल की ओर रवाना हो गए हैं। मालूम हो कि चीता फ्रांस द्वारा निर्मित एक हल्का हेलीकॉप्टर है। जिसे भारतीय सेना के बेड़े में 1976-77 में शामिल किया गया था।
डिफेंस गुवाहटी के पीआरओ ने दी यह जानकारी
अरुणाचल प्रदेश के जिस इलाके में हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ है, वह पहाड़ी इलाका है। ऐसे में घटनास्थल तक पहुंचने में जवानों की मशक्कत करनी पड़ रही है। हादसे के बारे में न्यूज़ एजेंसी से बात करते हुए डिफेंस गुवाहटी के पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने बताया कि अरुणाचल प्रदेश के बोमडिला के पास एक ऑपरेशन सॉर्टी के दौरान आर्मी एविएशन चीता हेलीकॉप्टर के बेस से संपर्क टूट की जानकारी मिली थी। हेलीकॉप्टर से बेस से संपर्क टूटने की जानकारी गुरुवार सुबह 9.15 बजे मिली।
क्रैश की मिली जानकारी, सर्च ऑपरेशन जारीः पीआरओ
डिफेंस गुवाहटी के पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने आगे बताया कि अब उस हेलीकॉप्टर के बोमडिला के पश्चिम तरफ मडंला के पास दुर्घटनाग्रस्त होने की जानकारी मिली है। सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। फिलहाल हादसे के कारण के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।
चीता भारतीय सेना का हल्का हेलीकॉप्टर
चीता भारतीय सेना का हल्का हेलीकॉप्टर है। आम तौर पर इसमें एक साथ दो पायलट बैठकर उड़ान भरते हैं। आज हादसे का शिकार हुए हेलीकॉप्टर में कितने पायलट बैठे थे, इसकी आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। उल्लेखनीय हो कि चीता को साल 1976-77 में भारतीय सेना को सौंपा गया था।
चीता हेलीकॉप्टर (यूरोकॉप्टर, फ्रांस के LAMA SA 315B हेलीकॉप्टर के समान) एक उच्च प्रदर्शन वाला हेलीकॉप्टर है जिसे वजन की एक विस्तृत श्रृंखला, गुरुत्वाकर्षण के केंद्र और ऊंचाई की स्थिति में संचालन के लिए डिज़ाइन किया गया है।
Compiled: up18 News