जम्मू-कश्मीर: टेरर फंडिंग मामले में एक और कश्मीरी पत्रकार गिरफ्तार, हेल्थ-एजुकेशन के नाम पर फंड इकट्ठा करता था

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जम्मू-कश्मीर में टेरर फंडिंग मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने 21 मार्च की सुबह श्रीनगर में एक कश्मीरी पत्रकार को गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक पत्रकार की पहचान फ्रीलांसर इरफान महराज के रूप में हुई है। महराज को दिल्ली से एनआईए की एक स्पेशल टीम ने श्रीनगर में गिरफ्तार किया था, इरफान श्रीनगर के महजूर नगर इलाके का रहने वाला है।

वहीं, जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने पत्रकार इरफान के गिरफ्तारी की निंदा की और इसे प्रेस की आजादी पर हमला बताया। एक हफ्ते में ये दूसरी बार है, जब किसी कश्मीरी पत्रकार को गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले एनआईए ने पुलवामा से एक पत्रकार सरताज अल्ताफ भट को हिरासत में लिया है। वे लोकल न्यूज आउटलेट ग्रोइंग कश्मीर में काम करते हैं।

एनआईए के मुताबिक, इरफान का संबंध लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन जैसे आतंकी संगठन से हैा आरोप है कि वह कुछ NGO, हेल्थ, एजूकेशन में मदद करने के नाम पर लोगों से फंड इकट्ठा करता था और इन आतंकी संगठनों को भेजता था।

एनआईए अधिकारियों के मुताबिक, एनजीओ और ट्रस्ट सोसाइटी से इकट्ठा किए गए फंड को घाटी में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा था। यह पैसे दिल्ली, जम्मू-कश्मीर और देश के दूसरे राज्यों के रास्ते भेजा जा रहा था। जांच एजेंसी के मुताबिक, ये नॉन गवर्नमेंट आर्गेनाइजेशन भारत की यूनिटी, इंटीग्रिटी, सिक्योरिटी को खराब करने के लिए एक बड़ी साजिश के तहत की गई

जानकारी के मुताबिक इससे पहले इस पहले इस मामले में इरफान से पूछताछ की गई थी, जिसके बाद सोमवार (20 मार्च) शाम पत्रकार को गिरफ्तार कर लिया गया और उसे नई दिल्ली ले जाया गया।