अयोध्या में सरयू एक्सप्रेस ट्रेन में महिला हेड कॉन्स्टेबल से बर्बरता करने वाले आरोपी अनीस खान को पुलिस और एसटीएफ ने मार गिराया, जबकि उसका साथी आजाद और विशंभर दयाल घायल हुए हैं। इसके बाद लखनऊ में स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
उन्होंने बताया कि 30 अगस्त को सरयू एक्सप्रेस में महिला कॉन्स्टेबल पर प्राण घातक हमला हुआ था। इसमें टीम बनाई गई थी। विवेचना एसटीएफ को ट्रांसफर की गई थी। जीआरपी और अयोध्या रेंज और जिले की टीम और गोंडा जनपद की टीम लगाई गई थी। समुचित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया था। इसका इलाहाबाद हाई कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया था।
एसटीएफ ने एक लाख का इनाम अपराधियों पर घोषित किया गया था। तमाम चीजों के संकलन और सूचना पर बीती रात कुछ संदिग्ध लोगों की फोटो मिली। जिसकी पिड़ता से पहले शिनाख्त कराई गई। इसमें सूचना पर अयोध्या में आजाद और विशंभर दुबे को पकड़ा गया। उसने भागे साथी का नाम अनीस बताया। शुक्रवार सुबह पांच बजे अयोध्या के कलिंदर क्षेत्र में अनीस से एसटीएफ की मुठभेड़ हो गई, जिसमें उसको गोली लगी। घायल अनीस को हॉस्पिटल में इलाज के लिए लाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
अनीस के ऊपर 6, आजाद के ऊपर 12 और विशंभर पर 3 मुकदमे दर्ज हैं। ये लोग ट्रेन में लूटपाट करते थे। पूछताछ में बताया कि महिला कॉन्स्टेबल को अकेला पाकर लूटपाट के इरादे से हमला किया था। अयोध्या के पास चेन पुलिंग की, जिसमे ट्रेन धीमी हुई और ये सभी चले गए थे। सीसीटीवी और तमाम साक्ष्य से ये साफ हुआ है कि इन लोगों ने जो घटना बताई वो सही है। महिला कॉन्स्टेबल से बैग छीनने के दौरान मारपीट की गई थी। अभी भी हमारी पूछताछ जारी है।
Compiled: up18 News