अमेरिका का ईरान को साफ और सख्‍त संदेश, इजराइल मामले से दूर रहो वर्ना परिणाम गंभीर

INTERNATIONAL

अमेरिका के चेयरमैन ऑफ ज्‍वाइंट चीफ्स ऑफ स्‍टॉफ जनरल सीक्‍यू ब्राउन ने ईरान को चेतावनी दी है कि वह हमास के इजरायल पर हमले में शामिल नहीं हो। उनका यह बयान ऐसे समय पर आया है जब अमेरिका और अन्‍य गठबंधन सहयोगी देश इस कोशिश में लगे हैं कि किस तरह से संघर्ष को और ज्‍यादा भड़कने से रोका जा सके। ब्राउन ने साफ कहा कि अमेरिका का एयरक्राफ्ट कैरियर इजरायल के पास भेजने का मकसद ईरान को किसी भी हमले से रोकना है।

अमेरिका का ईरान को साफ और सख्‍त संदेश

यही नहीं, अमेरिकी अधिकारी एक लंबे संघर्ष की तैयारी कर रहे हैं और इजरायल के दुश्‍मनों को इस संकट का फायदा उठाने से हतोत्‍साहित करने के लिए कई अहम प्रयास शुरू किए हैं। ब्राउन ने कहा कि हमारे सेना की तैनाती का मकसद न केवल इजरायल को मदद देना है, बल्कि किसी और पक्ष को हमास को समर्थन देने से रोकना है। उन्‍होंने कहा, ‘हम एक सख्‍त संदेश भेजना चाहते हैं। हम नहीं चाहते हैं कि यह और ज्‍यादा फैले और ईरान के लिए यह संदेश साफ और जोरदार है।

अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि उन्‍हें इसकी जानकारी नहीं है कि ईरान हमास के हमले में शामिल था या नहीं। हालांकि अमेरिका ने यह कहा कि ईरान ही हमास का मुख्‍य समर्थक है और उसी ने हथियार तथा ट्रेनिंग दी है। उन्‍होंने चिंता जताई कि ईरान समर्थित लेबनानी उग्रवादी गुट हिज्‍बुल्‍ला इस युद्ध को और ज्‍यादा भड़का सकता है।

अमेरिका ने ईरान की भूमिका का पता लगाने के लिए युद्धस्‍तर पर जांच शुरू कर दी है। सोमवार को इजरायली हेलिकॉप्‍टरों ने हिज्‍बुल्‍ला को निशाना बनाया था। अमेरिकी सेना ने इजरायल के साथ मिलकर बंधकों को रिहा कराने के लिए संयुक्‍त रूप से तैयारी शुरू कर दी है।

Compiled: up18 News