आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट: लॉन्चिंग शाफ्ट में पहुंची पहली टीबीएम की तीनों शील्ड, जल्द शुरू होगा टनल निर्माण का काम

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आगरा। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन द्वारा आगरा मेट्रो टनल निर्माण हेतु रामलीला ग्राउंड स्थित लॉन्चिंग शाफ्ट तैयार होने के बाद 95 मीटर लंबी टनल बोरिंग मशीन को असेंबल करने का काम किया जा रहा है। यूपीएमआरसी द्वारा प्रथम टीबीएम की तीनों शील्ड सफलतापूर्वक लॉन्चिंग शाफ्ट में पहुंचा दी गई हैं। यूपी मेट्रो द्वारा नए वर्ष में टनल निर्माण कार्य का शुभारंभ किया जाएगा।

यूपी मेट्रो द्वारा रामलीला मैदान स्थित लॉन्चिंग शाफ्ट में पहली टीबीएम की टेल शील्ड एवं बैकअप गैंट्री सहित विभिन्न पुर्जे लॉन्चिंग शाफ्ट में असेंबल किए जा चुके हैं। बुधवार रात को फ्रंट शील्ड एवं मिड शील्ड को भी लॉन्चिंग शाफ्ट में सफलतापूर्वक पहुंचा दिया गया है। जल्द ही कटरहैड को फ्रंट शील्ड के अग्रिम भाग में जोड़कर पूरी टीबीएम को असेंबल किया जाएगा। इसके बाद टीबीएम को भी लॉन्चिंग शाफ्ट में उतारा जाएगा।

बता दें कि यूपी मेट्रो द्वारा आगरा मेट्रो के भूमिगत भाग में अप एवं डाउन ट्रैक हेतु दो समानांतर सुरंगों का निर्माण किया जाना है। फिलहाल, प्रायोरिटी कॉरिडोर के भूमिगत भाग में टनल निर्माण के लिए रामलीला ग्राउंड स्थित लॉन्चिंग शाफ्ट में पहली टीबीएम को असेंबल किया जा रहा है। जल्द ही टनल निर्माण का कार्य शुरू किया जाएगा। इसके बाद इसी लॉन्चिंग शाफ्ट से दूसरी टनल बोरिंग मशीन को भी लॉन्च किया जाएगा।

ऐसे होता है मेट्रो टनल का निर्माण

टनल निर्माण की प्रक्रिया विभिन्न चरणों में पूरी की जाती है। इस प्रक्रिया में सबसे पहले टीबीम की लॉन्चिंग हेतु एक लॉन्चिंग शाफ्ट का निर्माण किया जाता है। इस बाद क्रेन की मदद से टनल बोरिंग मशीन के विभिन्न भागों को लॉन्चिंग शाफ्ट में उतार कर उन्हें असेम्बल किया जाता है। असेंबल होने के बाद टीबीएम के जरिए सुरंग निर्माण का काम शुरू किया जाता है। इस दौरान टीबीएम के पिछले हिस्से में स्थित सेगमेंट इरेक्टर की मदद से कास्टिंग यार्ड में प्रीकास्ट तकनीक से निर्मित टनल रिंग सेगमेंट्स को लगाया जाता है।

एक टीबीएम दिन में औसतन 10 मीटर टनल का निर्माण करती है। टनल बोरिंग मशीन विभिन्न हिस्सों में विभाजित होती है। टीबीएम के सबसे अग्रिम भाग फ्रंट शील्ड में कटिंग हैड होता है, जिसकी मदद टीबीएम मिट्टी को काटते हुए सुरंग की खुदाई की करती है। कटिंग हैड में एक विशेष किस्म के केमिकल के छिड़काव की भी व्यावस्था होती है, जो कि कटिंग हेड पर लगे नॉज़ल के द्वारा मिट्टी पर छिड़का जाता है। इस केमिकल की वजह से मिट्टी कटर हैड पर नहीं चिपकती और आसानी मशीन में लगी कनवेयर बेल्ट की मदद मशीन के पिछले हिस्से में चली जाती है, जहां से ट्रॉली के जरिए मिट्टी को टनल से बाहर लाकर डम्पिंग एरिए में भेज दिया जाता है

इसके साथ ही मशीन के पिछले हिस्से में प्रीकास्ट रिंग सेगमेंट को लॉन्च करने की व्यवस्था भी होती है। टनल निर्माण के दौरान रिंग सेगमेंट लगाने के बाद टीबीएम द्वारा ही रिंग सेगमेंट एवं मिट्टी के बीच में ग्राउटिंग स़ोल्यूशन भर दिया जाता है, जो कि रिंग सेगमेंट्स और मिट्टी के बीट मजबूत जोड़ स्थापित कर टनल को मजबूती प्रदान करता है। टीबीएम के मिड शील्ड में लगे थ्रस्टर्स मशीन को आगे बढ़ने में मदद करते हैं।