आगरा: कोरोना संक्रमण के लगभग 2 साल बाद लोगों ने बड़े ही हर्षोल्लास के साथ दीपावली पर्व को मनाया। जमकर आतिशबाजी भी की गई। यह आतिशबाजी देर रात तक चलती रही और इसी का परिणाम रहा कि मंगलवार सुबह वायु प्रदूषण काफी अधिक तक बढ़ गया। यह प्रदूषण सांस के मरीजों के लिए काफी खतरनाक है।
आपकों बताते चले कि बीती रात अधिक बम पटाखे चलाने से प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है। इसमें भी सूक्ष्म कण का स्तर भी बढ़ गया जो सांस लेने पर फेंफड़ों तक पहुंच जाते हैं। इससे सांस की बीमारी के साथ अस्थमा के मरीजों की सांस उखड़ने लगती है। जबकि सामान्य लोगों के नाक और गले के साथ आंख में जलन होने लगती है।
मंगलवार सुबह आगरा में सुबह आठ बजे एक्यूआई का स्तर संजय प्लेस- 321, मनोहरपुर, दयालबाग -137, रोहता -237, आवास विकास कॉलोनी सिकंदरा -208, शाहजहां गार्डन -175, शास्त्रीपुरम- 95 रहा।
जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. ए के अग्रवाल ने बताया कि आतिशबाजी व कूड़ा जलाने से वायु प्रदूषण बढ़ गया है। इससे सांस के मरीजों के लिए समस्या अधिक बढ़ गयी है।