आगरा: दोस्त द्वारा दगा दिए जाने से क्षुब्ध एक युवक ने गले में फंदा लगाकर जान दे दी। यही नहीं, जान देने से पहले उसने आत्महत्या किए जाने की सूचना भी पुलिस को देर रात दे दी, पुलिस उसकी लोकेशन का पता लगाते हुए सुबह जब पहुंची तब तक युवक जान दे चुका था। उसने अपनी जेब में एक सुसाइड नोट भी छोड़ा, जिसमें दोस्त को जिम्मेदार ठहराया।
यह घटना जनपद के थाना खेड़ा राठौर के गांव गोंसिली में घटी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पुलिस के अनुसार, ग्राम गोंसिली में राधेश्याम अपनी पत्नी पूजा और तीन बच्चों के साथ रहता था। पूजा ने बताया कि राधेश्याम दोस्त से मिलने गुरुवार की सुबह 11 बजे घर से निकला था और इसके बाद घर नहीं लौटा। घरवालों ने काफी तलाशा, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। शुक्रवार की सुबह नौ बजे जब गांव वाले खेतों में जा रहे थे तो उन्होंने खेत में बनी एक झोपड़ी में राधेश्याम का शव लटका देखा। इस बीच पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। जांच की तो उसकी जेब से सुसाइड नोट मिला।
सुसाइड नोट में लिखा था, “मेरी मौत का कारण कुलदीप गुर्जर है, उसने दोस्ती का हवाला देकर मुझसे एक लाख रुपये और गाड़ी ले ली थी। वापस नहीं करने पर राधेश्याम ने धौलपुर में केस दर्ज कराया था। कुछ दिनों बाद उसने इस केस में राधेश्याम से राजीनामा करा लिया था। जब राधेश्याम ने अपने रुपये वापस मांगे तो उसने कह दिया कि घर आकर दे जाऊंगा। राधेश्याम भरोसा करके गाड़ी ले आया, घर आकर देखा तो गाड़ी का काफी समान निकला और बदला हुआ था। साइलेंसर चेंज कर दिया था। इस पर जब राधेश्याम ने कुलदीप को फोन किया तो उसने कहा कि एक-दो दिन में बात करते हैं। उसके बाद उसने बात करना बंद कर दिया। कुलदीप ने मेरे साथ फ्रॉड किया है।”
सुसाइड नोट में आगे लिखा है कि मेरी मौत का बदला मौत से लिया जाए। कुलदीप को फांसी की सजा दिलाई जाए। उसने विश्वासघात किया। बाबा बटेश्वरनाथ के मंदिर में जाकर कुलदीप, उसकी बहन, पापा और मामा ने कसम खाई थी। इसलिए विश्वास करके राजीनामा लिख दिया। सात दिन होने के बाद भी मेरे पैसे नहीं आए और न ही कॉल किया।
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