Agra News: रेस्टोरेंट पर युवक की हत्या के दो आरोपी एनकाउंटर में गिरफ्तार, खाने के पैसों को लेकर हुआ था विवाद, वीडियो वायरल करने वाला भी दबोचा

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आगरा। थाना ताजगंज क्षेत्र में विगत 23 अप्रैल को रेस्टोरेंट संचालक गुलफान की हत्या करने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने आज एक मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गये अभियुक्त प्रियांश यादव, शिवम बघेल और सह अभियुक्त मनोज चाहर हैं। पुलिस का कहना है कि इन तीनों ने हत्याकांड को तो अंजाम दिया ही, इस मामले को जातीय और साम्प्रदायिक रूप देने की कोशिश भी की। पुलिस को पुष्पेंद्र बघेल नामक एक और अभियुक्त की तलाश है।

आगरा के पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने सोमवार को प्रेस के समक्ष इस हत्याकांड का खुलासा किया। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि विगत 23 अप्रैल को रात पौने बारह बजे विलाल द्वारा थाना ताजगंज पर सूचना दी गई कि उनके भाई गुलफान पुत्र इमाम बक्श, सैफ अली पुत्र स्व. मोहम्मद इस्लाम ताजनगरी फेस-1 स्थित चिकन-बिरयानी की दुकान पर मौजूद थे, जहां मोटर साइकिल पर सवार होकर आये तीन व्यक्तियों ने गोली मार दी है। तीनों अभियुक्त मौके से फरार हो गये थे। गोली लगने से गुलफान की मौत हो गई जबकि सैफ घायल तो हुआ लेकिन उसकी जान बच गई।

इस हत्याकांड का खुलासा करने के लिए पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने डीसीपी सिटी सोनम कुमार, एसीपी ताज सुरक्षा सैयद अरीब अहमद के नेतृत्व में पुलिस टीमों का गठन किया था। पुलिस द्वारा आसपास के सीसीटीवी फुटेज आदि के आधार पर अभियुक्तों की पहचान की गई। आज हत्याकांड में वांछित तीन अभियुक्त प्रियांश यादव पुत्र वीरेश यादव निवासी करभना ताजगंज, शिवम बघेल पुत्र रमन सिंह, निवासी करभना, ताजगंज और सह अभियुक्त मनोज चौधरी उर्फ मनोज चाहर पुत्र नारायण सिंह निवासी नगला भूरिया, थाना मलपुरा को पुलिस ने एक मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिये।

पुलिस के अनुसार पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि उनका शाहिद अली चिकन बिरयानी रेस्टोरेंट में पूर्व में खाने के पैसों को लेकर मृतक गुलफान से विवाद हुआ था। इसी वजह से प्रियांश यादव, शिवम बघेल और पुष्पेंद्र बघेल (वांछित अभियुक्त) द्वारा गुलफान और सैफ अली पर गोली चलाई गई थी। गुलफान को अभियुक्त पुष्पेंद्र बघेल ने गोली मारी थी, जिसकी गिरफ्तारी होनी शेष है। सैफ अली पर अभियुक्त शिवम बघेल ने गोली चलाई थी, जिसमें वह घायल हुआ था। इन दोनों द्वारा गोली चलाये जाने का मौके पर मौजूद अभियुक्त प्रियांश यादव ने वीडियो बनाया था।

मनोज चाहर ने इंस्टाग्राम पर जारी किया था वीडियो

पुलिस ने बताया कि इस घटना के बाद 23 अप्रैल को ही मनोज चौधरी गौ रक्षक यूपी नामक इंस्टाग्राम आईडी से एक वीडियो जारी किया गया, जिसमें दो युवकों द्वारा इस घटना को कारित करना स्वीकार किया गया था। इंस्टाग्राम पर वायरल वीडियो को अभियुक्त पुष्पेंद्र बघेल और शिवम बघेल द्वारा ही बनाया गया था तथा सह अभियुक्त मनोज चौधरी उर्फ मनोज चाहर द्वारा इस हत्याकांड के बारे में सब कुछ जानते हुए भी यह वीडियो इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया गया।

अभियुक्त मनोज चाहर ने हाल ही में क्षत्रिय करणी सेना द्वारा किये गये विरोध प्रदर्शन को ध्यान में रखकर पोस्ट में क्षत्रिय गौरक्षा दल का नाम लिया गया तथा जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकवादी घटना से भी जोड़कर 26 का बदला 2600 से लेने की बात कही गई। अभियुक्त ने यह कृत्य ध्यान भटकाने और साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के उद्देश्य से किया।

जब पुलिस ने माहौल बिगड़ने से बचाया

मनोज चौधरी उर्फ मनोज चाहर की इस शरारत की वजह से सोशल मीडिया पर भारी संख्या में कमेंट्स आने लगे। आगरा पुलिस ने इसका तत्काल संज्ञान लिया और पुलिस कमिश्नरेट के मीडिया सेल ने इसका न केवल जवाब दिया, अपितु सही तथ्य सामने रखकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश विफल कर दी।

पीड़ित परिवार का कहना है कि अभियुक्तों ने गोली चलाने से पहले गुलफान व सैफ से न तो जाति पूछी गई थी और न धर्म। विशुद्ध रूप से खाने को लेकर हुए पुराने विवाद को लेकर जानलेवा हमला किया गया।

गुलफान हत्याकांड में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गये तीनों अभियुक्तों प्रियांश यादव, शिवम बघेल और मनोज चौधरी उर्फ मनोज चाहर का आपराधिक इतिहास भी है। प्रियांश और शिवम पर दो-दो तथा मनोज चाहर पर तीन मुकदमे पहले से ही दर्ज हैं। पुलिस ने इनके पास से 315 बोर का एक तमंचा, दो खोखा कारतूस, दो जिंदा कारतूस और एक बजाज डिस्कवर मोटर साइकिल भी बरामद की है।

पुलिस का कहना है कि इस घटना को लेकर विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स एवं माइक्रोब्लागिंग साइट्स पर जिनके द्वारा गैर जिम्मेदाराना पोस्ट और टिप्पणियां की गई हैं, उनकी जांच की जा रही है। विवेचना में इन सभी की भूमिका की भी जांच की जाएगी।

मामले का खुलासा करने वाली पुलिस टीम में थाना ट्रांस यमुना प्रभारी भानु प्रताप सिंह यादव, निरीक्षक जसवीर सिंह सिरोही, एसओजी प्रभारी जैकब फर्नांडीज व सुनीत कुमार शर्मा, सर्विलांस प्रभारी निरीक्षक अंकुर मलिक, एकता चौकी प्रभारी नीलेश कुमार शर्मा, तोरा चौकी प्रभारी अमर राणा और बसई चौकी प्रभारी राजीव कुमार एवं अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।