Agra News: ताजमहल पर टिकिट खिड़की पर व्यवस्थाएं ध्वस्त, टिकट ब्लैक करने वाले उड़ा रहे मौज

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आगरा: स्कूलों में छुट्टियां शुरू होने के बाद से ताजमहल पर जहां रोजाना भीड़ बढ़ रही है तो वहीं पर्यटकों के साथ ठगी, धोखाधड़ी और ब्लैकमेलिंग के मामले भी सामने आ रहे हैं।
पता चला है कि उज्जैन से आए पर्यटकों को ताजमहल में प्रवेश के लिए बाहरी युवकों ने फर्जी टिकट पकड़ा दीं। सोमवार को ताजमहल देखने के लिए 20 लोगों का ग्रुप उज्जैन से आया था। शिल्पग्राम पार्किंग के पास एक पेठा स्टोर से उन्होंने टिकट लिया था। युवकों ने तीन टिकट री-सेलिंग की पकड़ा दीं।

ताजमहल में प्रवेश के दौरान सुरक्षाकर्मियों ने चेकिंग में फर्जी टिकट पकड़ीं। उज्जैन के पर्यटक राजेंद्र सिंह ने हेमू और शानू निवासी धांधूपुरा के खिलाफ धाेखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है।

इससे पहले रविवार को ताजमहल का दीदार करने काफी भीड़ पहुंच गई, लेकिन ऐसे में केवल तीन टिकट विंडो खुलने से टिकट लेने के लिए लंबी कतार लग गई। परिसर में आपाधापी की स्थिति रही। इसका फायदा लपकों और दलालों ने उठाया। पर्यटकों को 50 रुपये वाला टिकट 100 रुपये में बेचा। हरियाणा के भिवाड़ी से आए पर्यटक ने आरोप लगाया कि टिकट ब्लैक करने के लिए बच्चों का सहारा लिया गया।

रविवार को पश्चिमी गेट स्थित टिकट खिड़की पर व्यवस्थाएं ध्वस्त दिखीं। ऑनलाइन टिकट उपलब्ध था। जो पर्यटक इसके बारे में नहीं जानते थे, उन्हें कतार में लगना पड़ा। एक घंटे से ज्यादा समय तक धक्का-मुक्की के बाद टिकट नसीब हो सका। मौजूद लोगों ने आरोप लगाया कि कहने के लिए 10 टिकट खिड़कियां हैं लेकिन सिर्फ तीन विंडो खोली गईं। दो भारतीय पर्यटक और एक विदेशी पर्यटकों के लिए थी।

वहीं जो लोग कतार में खड़े होने की हिम्मत नहीं जुटा सके, उनके बीच लपके और दलाल ज्यादा सक्रिय दिखे। भीड़ के बावजूद चंद मिनट में टिकट दिलाने का झांसा देकर पर्यटकों से मनमानी वसूली की। दूसरी तरफ कुछ लोगों ने बच्चों का सहारा लेकर 50-50 रुपये वाला भारतीय पर्यटकों का टिकट 100-100 रुपये में बेचा।

ताजमहल के वरिष्ठ संरक्षण सहायक प्रिंस वाजपेयी का कहना है कि अतिरिक्त टिकट विंडो खोलने के लिए पर्याप्त मानव संसाधन 16 नहीं है। जो लोग बच्चों के माध्यम से टिकट ब्लैक कर रहे हैं या टिकट के नाम पर पर्यटकों को ठग रहे उनकी जांच कराई जाएगी।