कोटा बालिका गृह में निरूद्ध किशोरी ने मां-बाप को बताई आपबीती
चाइल्ड राइट्स एक्टिविस्ट नरेश पारस ने पुलिस और सीडब्लूसी को लिखा पत्र
आगरा: देह व्यापार मंडी के दलाल मोटी रकम लेकर आगरा की बेटियों को राजस्थान के कोटा तथा अन्य शहरों में बेच रहे हैं। कुछ को बालिका वधु बनाया जा रहा है तो कुछ को कोठे तथा अन्य वयक्तियों को वेश्यावृत्ति के लिए बेच दिया जाता है। आगरा की एक किशोरी को जॉब दिलाने के बहाने दलालों ने कोटा के तीन युवकों को बेच दिया। उन्होंने घरेलू काम कराया। दुष्कर्म किया। मौका पाकर किशोरी चंगुल से निकलकर पुलिस थाने जा पहुंची। पुलिस ने बालिका गृह भेज दिया। मिलने पहुंचे माता पिता को किशोरी ने आपबीती सुनाई।
3.70 लाख में किया सौदा
पीड़िता किशोरी ने परिजनों को बताया कि आगरा की एक महिला जॉब दिलाने के बहाने सिकन्दरा ले गई। जहां तीन युवको से 3.70 लाख रूपये लेकर बेच दिया। उसे सिकन्दरा के होटल में रखा गया। उसके बाद वह उसे कोटा ले गए। जीतू नामक युवक ने कुछ दिन तो घरेलू काम कराया। उसके बाद दुष्कर्म किया। मौका पाकर किशोरी भाग निकली और कोटा के थाना कैतुन में पुलिस को घटना की जानकारी दी। पुलिस ने राजकीय बालिका गृह में निरूद्ध करा दिया।
थाना जगदीशपुरा में दर्ज है मुकदमा
15 वर्षीय किशोरी 29 जनवरी की शाम घर से लापता हो गई। काफी खोजबीन के बाद किशोरी का पता नहीं चला तो दस फरवरी को परिजनों ने थाना जगदीशुपरा में बीएनएस की धारा 137(2) के तहत मुकद्मा दर्ज कराया। आगरा पुलिस परिजनों के साथ कोटा गई लेकिन किशोरी को सुपुर्द नहीं किया गया। कोटा पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज नहीं किया।
चाइल्ड राइट्स एक्टिविस्ट से मांगी मदद
परिजनों को केस के सबंध में कोई जानकारी भी नहीं दी जा रही थी। उन्हें बेटी से मिलने भी नहीं दिया गया। उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। हार थककर बापस घर लौट आते हैं। पीड़ित पिता ने चाइल्ड राइट्स एक्टिविस्ट नरेश पारस से मदद मांगी। नरेश पारस ने आगरा तथा कोटा बाल कल्याण समिति और पुलिस को पत्र लिखकर मुकद्मा दर्ज कराकर पीड़िता के बयान दर्ज कराने, काउंसलिंग कराने और आरोपियों की गिरफतारी की मांग की। आगरा पुलिस ने कहा कि घटना कोटा की है। वहीं से कार्यवाही होगी।
परिजनों ने की बेटी से मुलाकात
नरेश पारस ने किशोरी के परिजनों को उससे मिलने के लिए राजकीय बालिका गृह कोटा भेजा। शनिवार होने के कारण पजिनों की मुलाकात कराने के मना कर दिया गया। नरेश पारस ने आगरा तथा कोटा बाल कल्याण समिति बात की जिसके बाद परिजनों को बेटी से मिलने दिया गया। कोटा बाल कल्याण समिति ने नरेश पारस को बताया कि बाल कल्याण समिति द्वारा मुकद्मा दर्ज कराने के लिए पुलिस को पत्र भेज दिया गया है।
बहुत मजबूत है मानव तस्करों का नेटवर्क
नरेश पारस ने कहा कि मानव तस्करों का बहुत मजबूत नेटवर्क है। कोटा में अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। जबकि मामला बहुत गंभीर है। मानव तस्करी से जुड़ा हुआ है। मानव तस्कर यूपी तथा अन्य राज्यों की लड़कियों को यहां लाकर बेच देते हैं। इससे पूर्व भी विगत वर्ष आगरा की एक किशोरी को कोटा में शादी के नाम पर अजमेर निवासी राकेश को बेचने का मामला प्रकाश में आ चुका है। जिसका मुकदमा थाना जगदीशपुरा आगरा में दर्ज है। आरोपी जिला जेल में निरूद्ध हैं। मानव तस्करों का नेटवर्क कई राज्यों में फैला हुआ है। बारीकी से जांच की जाए तो बहुत बड़े नेटवर्क का खुलासा होगा। कई लड़कियां बरामद हो सकती हैं।
-up18News