आगरा: थाना रकाबगंज क्षेत्र में स्थित स्टेट बैंक में एक सराफा कारोबारी का पुत्र करोड़ों रुपये जमा करने के लिए पहुंचा था। इसमें दो हजार के कुछ नोट नकली थे। नोट पकड़े जाने पर बैंक में खलबली मच गई। मैनेजर की सूचना पर थाना पुलिस द्वारा कारोबारी के पुत्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
कोतवाली में चौबे जी के फाटक पर एजी ऑर्नामेंट के नाम से शोरूम है। यहां चांदी का काम होता है। कारोबारी का बेटा बुधवार दोपहर में रकाबगंज स्थित एसबीआई बैंक में दो करोड़, 85 लाख रुपये जमा करने के लिए गया था, इसमें दो हजार के 13 नोट नकली थे।
मैनेजर अशोक कर्दम की सूचना पर इंस्पेक्टर रकाबगंज प्रदीप कुमार फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। मैनेजर ने कारोबारी के पुत्र के खिलाफ नकली करेंसी बदलने के मामले में तहरीर दी। इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार ने बताया कि मैनेजर की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया। व्यापारी के पुत्र को हिरासत में भी ले लिया गया।
बैंक मैनेजर ने शिकायत की है कि एक दिन पहले मंगलवार को भी जब यह पैसे जमा करने के लिए आए थे, उस समय दो हजार के तीन नोट नकली निकले थे।
बैंक मैनेजर ने पुलिस को बताया कि आरबीआई की गाइडलाइन के मुताबिक, पांच से अधिक नकली नोट निकलने पर मुकदमा दर्ज कराने का प्रावधान है। अगर, नोट नहीं पकड़े जाते हैं तो बैंक कर्मियों को जिम्मेदार माना जाता है। यह आरबीआई के करेंसी चेस्ट में पकड़े जाते हैं। इस पर संबंधित बैंक के कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाता है। अब ग्राहक के पास से मिले हैं। इस पर ग्राहक के खिलाफ कार्रवाई होगी।
डीसीपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि बैंक मैनेजर की तहरीर के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। कारोबारी के बेटे के पास से दो हजार के 13 नोट नकली मिले हैं। पुलिस नकली नोट चलाने की धारा में मुकदमा दर्ज कार्रवाई करेगी। उधर, पुलिस की पूछताछ में हर्षल बंसल का कहना था कि उन्हें कैश ग्राहकों से मिला है। वो कैश को नहीं पहचान पाए। इस कारण जमा करने पहुंच गए। उन्हें असली-नकली की पहचान नहीं हो पाई। अगर, ऐसा होता तो वो बैंक नहीं आते।
Compiled: up18 News