आगरा: एक मेडिकल स्टोर के कर्मचारी ने दुकान में लगे क्यू आर कोड को बदल कर मालिक को लाखों रुपये का चूना लगा दिया। मेडिकल स्टोर का मालिक अपने बेटे के इलाज में व्यस्त था। कर्मचारी ने दुकान पर क्यू आर कोड बदल दिया और ग्राहकों ने आने वाली रकम फर्जी क्यू आर कोड के माध्यम से अपने खाते में जमा करा ली।
बालाजी मेडिकल स्टोर के संचालक ओमप्रकाश मदान मंगलवार को यह शिकायत लेकर अपर पुलिस आयुक्त कार्यालय पर पहुंचे। भावना एस्टेट सिकंदरा निवासी ओमप्रकाश मदान ने बताया कि उनका घर के पास ही बालाजी मेडिकल स्टोर है। वर्ष 2015 में उन्होंने सादाबाद निवासी युवक को नौकरी पर रखा था।
ओमप्रकाश के मुताबिक वर्ष 2016 में उनके बेटे का एक्सीडेंट हो गया था। वह बेटे का इलाज कराने में व्यस्त हो गए। दुकान उन्होंने कर्मचारी के भरोसे पर छोड़ दी। कर्मचारी ने उनके भरोसा का नाजायज फायदा उठाया। ओमप्रकाश का आरोप है कि कर्मचारी ने अपने खाते से संबंधित क्यू आर कोड बनाया। उसे दुकान पर रखवा दिया। जब तक वे बेटे के इलाज में व्यस्त रहे। कर्मचारी अपने क्यू आर कोड पर दुकान पर आने वाले ग्राहकों की रकम जमा कराता रहा।
संदेह होने पर उन्होंने क्यू आर कोड कंपनी के कर्मचारी से जांच कराई तो सच्चाई सामने आ गई। उन्होंने बताया कि फर्जीवाड़ा पकड़ में आने के बाद कर्मचारी और उनके परिवार ने उनसे माफी मांगी। सिकंदरा पुलिस की मौजूदगी में लिखित आश्वासन दिया कि वह उनके 10 लाख रुपये कुछ दिन बाद वापस लौटा देगा। उन्होंने बताया कि कर्मचारी ने रुपये तो नहीं लौटाए बल्कि उनके पास ही नया मेडिकल स्टोर खोल लिया। शिकायत पर अपर पुलिस आयुक्त केशव चौधरी ने ओमप्रकाश मदान को मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने थाना पुलिस को मामले की जांच के निर्देश दिए।