आगरा: सेवानिवृत्त पुलिस उपाधीक्षक (सीओ) ब्लैकमेलिंग का शिकार हो गए। आरोप है कि महिलाओं ने उनके पुत्र से शादी का फर्जी प्रमाण पत्र बनवाया और बदनाम करने की धमकी देकर छह लाख रुपये वसूल लिए। आरोपियों ने दस लाख रुपये और मांगे। रकम न देने पर पर उन्हें और बेटे को जान से मारने की धमकी दी। सीओ ने पुलिस आयुक्त से शिकायत की। आरोपितों के खिलाफ साक्ष्य दिए। सिकंदरा थाने में दो महिलाओं समेत छह आरोपियों के खिलाफ अभियोग दर्ज किया गया है।
ईश्वर नगर शास्त्रीपुरम निवासी सेवानिवृत्त सीओ राजेंद्र सिंह ने अभियोग दर्ज कराया है। उन्होंने पुलिस को बताया कि दो महिलाएं ब्लैकमेलिंग कर वसूली करने वाला गिरोह चला रही हैं। इसमें एक महिला का पति भी शामिल है। आरोप है कि महिला अच्छे परिवार के लोगों को अपने जाल में फंसाती है। उनसे रकम वसूलती है। रकम नहीं देने पर ब्लैकमेल करती है। महिला ने इसी तरीके से उनके पुत्र मनीष को अपने जाल में फंसाया। पहले से विवाहित होने के बावजूद खुद को अविवाहित दर्शाया। आर्य समाज मंदिर का फर्जी प्रमाण पत्र बनवा लिया, जिसके बाद ब्लैकमेल कर उनसे जुलाई, 2021 में छह लाख रुपये मांगे। धमकी देकर 50 हजार रुपये वसूल लिए। जबकि 3.50 लाख रुपये अपने खाते में जमा करा लिए।
आरोपी अब तक छह लाख रुपये वसूल चुके थे। अब दस लाख रुपये और मांग रहे थे। पीड़ित ने पुलिस आयुक्त से शिकायत की थी। प्रभारी निरीक्षक सिकंदरा आनंद कुमार शाही ने बताया कि अभियोग दर्ज किया है। विवेचना की जा रही है, साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सेवानिवृत्त सीओ ने विकास यादव, अमित, मोहित एवं दो महिलाओं समेत छह लोगों को नामजद किया है। सीओ ने पुलिस को बताया कि विकास के खिलाफ पहले से धोखाधड़ी का अभियोग दर्ज है। आरोपी एक महिला ने तीन अलग-अलग जन्म तिथि के पहचान पत्र बनवा रखे हैं।
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