Agra News: पुलिस ने किया खुलासा, गोकसी में शामिल थे हिन्दू महासभा के पदाधिकारी, दूसरे गुट को फंसाने को रचा षडयंत्र

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हिंदू महासभा के नेता संजय जाट ने सहयोगियों के साथ मिलकर रामनवमी के ठीक पहले उत्तर प्रदेश के आगरा ज़िले में एक गोवंश काट डाला और चार मुसलमान युवकों पर इसका इलज़ाम अपने एक कार्यकर्ता से दर्ज करवा दिया ।
महासभाई नेता को इन मुस्लिम युवकों से किसी वजह से खुन्नस थी ।

ये मुसलमान लड़के पुलिस द्वारा गिरफ़्तार कर जेल भेज दिये गये, जुर्म क़बूल करने के लिए टार्चर हुए ही । पर जुर्म उन्होंने किया नहीं था इसलिए ज़रूरी सबूत पुलिस को नहीं मिले ।

इसी बीच पुलिस के सामने असलियत तब खुल गई जब विभिन्न मौक़ों पर उसने शिकायतकर्ता के बयान/ लिखित तहरीर में तमाम अंतर्विरोधी बातें पाईं । शक होने पर पुलिस ने जब शिकायतकर्ता व हिंदू महासभा के नेता व उनके कुछ और दोस्तों के मोबाइल फ़ोन रिकॉर्ड में घटना के वक़्त की लोकेशन चेक की तो इन सबको वहीं पाया जहां गाय काटी गई थी । जबकि जेल भेजे गये मुसलमान युवकों की उस वक़्त की लोकेशन वहाँ थी ही नहीं ।

पुलिस ने जब संदिग्ध अभियुक्तों से अलग अलग पूछताछ की तो असलियत सामने आ गई ।

अब हिंदू महासभाई नेता पुलिस पर मिलीभगत/ भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहा है / आंदोलन की धमकी दे रहा है जबकि पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार वह गौकशी के दूसरे कई मामलों में भी संदिग्ध रूप से किसी न किसी रूप में सक्रिय मिला है । पुलिस को शक है कि वह डरा धमका कर गोश्त के व्यापारियों से जबरन वसूली में लिप्त है ।

पुलिस के मुताबिक़ वह बेगुनाह मुसलमान युवकों की ज़मानत दरख्वास्त का विरोध न करके उनके ज़मानत में छूट जाने में मदद कर रही है और असली अभियुक्तों को चार्जशीट करने जा रही है ।

बिहार के यूट्यूबर मनीष कश्यप की तरह इस मामले के खलनायक हिंदू महासभा के नेता के दिमाग़ी तवाजुन की पड़ताल से उस ख़तरे का आकलन कीजिए जो धर्म के राजनीतिक इस्तेमाल से हमने अपने चारों तरफ़ पैदा कर लिया है !