Agra News: राधास्वामी सत्संग सभा की प्रशासन को खुली चुनौती, पुलिस हटते ही फिर कर दी तारबंदी

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अतिक्रमण हटने के कुछ घंटे बाद ही भीड़ ने फिर कब्जा जमाना शुरू किया

आगरा,। जिला प्रशासन द्वारा दयालबाग में सरकारी भूमि से कब्जे को बुलडोजर से तुड़वाए जाने के कुछ घंटे बाद ही राधास्वामी सत्संग सभा के सत्संगियों ने प्रशासन को चुनौती देते हुए फिर से वहां तारबंदी कर दी है।

सत्संग सभा ने सार्वजनिक रास्ते पर गेट और दीवार खड़ी कर दी थी। आज सुबह बड़ी संख्या में पुलिस और पीएसी के साथ बुलडोजर इस जमीन को कब्जा मुक्त कराने के लिए पहुंच गया। बुलडोजर चला तो सत्संगियों की भीड़ वहां जमा होने लगी। पुलिस बल की मौजूदगी में बुलडोजर की कार्रवाई नहीं रुकी। बुलडोजर ने सत्संगियों द्वारा लगाए गए गेट और सड़क को उखाड़ दिया।

पुलिस की मौजूदगी तक सत्संगियों ने कुछ नहीं किया, लेकिन यहां से जैसे ही अधिकारी हटे तो सत्संग सभा ने फिर से अपना कब्जा जमाना शुरू कर दिया। पुलिस प्रशासन की कार्रवाई से आक्रोशित सत्संगियों ने सीए के एक छात्र के साथ भी मारपीट कर दी। बताया गया है कि पुलिस प्रशासन ने जिस रास्ते से कब्जा हटाया गया था, उसी से सीए का छात्र ललित गुजर रहा था, इसी वजह से सत्संगी छात्र से चिढ़ गए। पिटाई के बाद यह छात्र मौके से चला गया। पुलिस को पीड़ित ने कोई तहरीर नहीं दी।

उधर जहां प्रशासन ने गेट हटाए थे वहां अब सत्संगियों ने तार बांध दिए हैं। रास्ता रोक दिया है। ग्रामीण व किसी आम आदमी को वहां से गुजरने नहीं दिया जा रहा है। मौके पर कोई पुलिस, प्रशासन या सुरक्षा व्यवस्था संभालने के लिए मौजूद नहीं है। बताया गया कि क्षेत्र के मौजा जगनपुर और खासपुर गांव में गेट तोड़े जाने के बाद राधा स्वामी सत्संग सभा के हजारों लोगों को मौके पर भेजा गया।

बता दें कि जिला प्रशासन ने सरकारी भूमि से कब्जे हटाने के लिए सत्संग सभा को सात दिन का समय दिया था। सत्संग सभा की ओर से शुक्रवार को एक रिटायर्ड तहसीलदार और वकील तहसील प्रशासन के समक्ष अपना पक्ष रखने पहुंचे। उन्होंने पंद्रह दिन का समय और मांगा। प्रशासन ने इन्कार कर दिया। सत्संग सभा के नुमाइंदों ने कहा कि जहां रास्तों में गेट लगाए हैं वहां उनके खेत हैं। ब्रिटिश शासन के समय से उन्हें नहर पर कब्जा मिला हुआ है। राधास्वामी सत्संग सभा ने किसी तरह के अवैध कब्जे नहीं किए।

दूसरी ओर सदर तहसील प्रशासन ने अवैध कब्जों पर कार्रवाई के लिए संस्तुति भेजी। इसके बाद जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी व पुलिस आयुक्त के अलावा अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक में तत्काल कार्रवाई का निर्णय हुआ।

इसके पहले प्रशासन ने 14 सितंबर को राधास्वामी सत्संग सभा को आम रास्ते, नहर, खेल के मैदान, अन्य सरकारी भूमि पर हुए कब्जे हटाने के लिए अल्टीमेटम दिया था और नहीं हटाने पर हर्जा-खर्चा सहित ध्वस्तीकरण का नोटिस दिया गया था।